छात्रों के लिए बड़ी खबर – Navodaya कटऑफ Out, क्या आप लाए हैं इतने अंक? पूरी जानकारी यहां पढ़ें
जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) में प्रवेश लेने की चाह रखने वाले लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है – Navodaya Vidyalaya Samiti ने 2025 की प्रवेश परीक्षा का कटऑफ जारी कर दिया है। यह वही कटऑफ है जिसका बेसब्री से इंतजार हो रहा था, क्योंकि इसी से तय होता है कि किस छात्र का सपना नवोदय विद्यालय में पढ़ने का पूरा होगा और किसे अभी और मेहनत करनी होगी।
हर साल की तरह इस बार भी कटऑफ ने सभी को चौंकाया है। परीक्षा कठिन रही, प्रतियोगिता तीव्र थी, और अब जब कटऑफ सामने आ चुका है तो छात्रों के मन में एक ही सवाल गूंज रहा है – “क्या मैं पास हो गया?”
इस लेख में हम Navodaya Cut-Off 2025 से जुड़ी हर बात को सरल भाषा में, स्पष्ट और व्यावहारिक अंदाज़ में समझाएंगे। यह लेख 100% मौलिक और विशेष रूप से छात्रों और उनके माता-पिता के लिए लिखा गया है।

क्या है Navodaya कटऑफ?
सबसे पहले, यह समझना ज़रूरी है कि कटऑफ का मतलब क्या होता है।
कटऑफ वह न्यूनतम अंक होते हैं जिनसे ऊपर अंक लाने वाले छात्रों को चयन की सूची में शामिल किया जाता है। Navodaya Vidyalaya में यह कटऑफ हर जिले, वर्ग (General, OBC, SC, ST, Divyang), और कभी-कभी लिंग (लड़का/लड़की) के आधार पर भी अलग-अलग होता है।
2025 की चयन परीक्षा (JNVST) का आयोजन जनवरी में हुआ था और अब महीनों बाद कटऑफ की घोषणा ने सबका ध्यान खींचा है।
इस बार की कटऑफ क्यों है खास?
1. प्रतियोगिता का स्तर काफी ऊंचा रहा
2025 की परीक्षा में रिकॉर्ड संख्या में छात्रों ने भाग लिया। डिजिटल युग में तैयारी के साधन बढ़े हैं और प्रतियोगिता पहले से कहीं ज्यादा तीव्र हो गई है।
2. पेपर का स्तर रहा थोड़ा कठिन
विशेष रूप से गणित और मेंटल एबिलिटी के सवाल इस बार सामान्य से कठिन माने जा रहे थे। इससे स्कोरिंग आसान नहीं रही, जिससे कई छात्रों के नंबर औसत रह गए।
3. कटऑफ में क्षेत्रीय अंतर
शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में कटऑफ में अंतर देखने को मिला। यह इस बात को दर्शाता है कि चयन प्रक्रिया अब ज्यादा पारदर्शी और स्थान विशेष की स्थिति के अनुसार हो रही है।
जिलेवार और वर्गवार कटऑफ का हाल
Navodaya Vidyalaya Samiti ने हर जिले के लिए अलग-अलग कटऑफ अंक जारी किए हैं। आइए जानते हैं कि किन जिलों और वर्गों में क्या स्थिति रही।
सामान्य वर्ग (General Category)
- कुछ शहरी जिलों में कटऑफ 85 से भी ऊपर चली गई।
- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में सबसे ऊंची कटऑफ देखी गई।
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC)
- अधिकांश जिलों में OBC की कटऑफ 74–79 के बीच रही।
- कुछ जिलों में यह सामान्य वर्ग से ज्यादा भी रही, जो एक आश्चर्यजनक बदलाव रहा।
अनुसूचित जाति (SC) और जनजाति (ST)
- कई जिलों में SC/ST के छात्रों को 65–70 अंकों पर भी चयन मिल गया।
- यह दर्शाता है कि इन वर्गों के लिए सीट आरक्षण ने छात्रों को अवसर दिया।
दिव्यांग और अन्य विशेष वर्ग
- दिव्यांग श्रेणी में न्यूनतम 55 अंक पर भी चयन हुआ है।
- स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सैनिक जैसे विशेष वर्गों में भी न्यूनतम अंक अपेक्षाकृत कम रहे।
क्या आप लाए हैं इतने अंक?
अब सवाल उठता है – क्या आपने इतनी मेहनत की थी कि आप इस बार की कटऑफ में आ पाए?
यदि हां, तो आपको बहुत-बहुत बधाई!
यदि नहीं, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। कटऑफ केवल एक पड़ाव है, अंतिम मंज़िल नहीं।
बहुत से छात्रों को:
- Waiting List में जगह मिलती है
- Vacant Seats के लिए बुलाया जाता है
- Second Round में चयन होता है
लड़कियों और लड़कों की अलग-अलग स्थिति
इस साल Navodaya की चयन नीति में 33% आरक्षण लड़कियों के लिए होने के कारण, कई जिलों में लड़कियों की अलग कटऑफ भी देखने को मिली।
- कुछ जिलों में लड़कियों की कटऑफ लड़कों से 2–3 अंक कम रही।
- वहीं, कुछ जगहों पर लड़कियों ने लड़कों से बेहतर स्कोर किया, जिससे उनकी कटऑफ ऊपर रही।
टाई ब्रेकिंग का खेल
इस बार बहुत से जिलों में कई छात्र समान अंक लेकर आए, जिससे चयन समिति को टाई ब्रेकिंग के नियमों का पालन करना पड़ा।
टाई ब्रेकिंग के मानदंड:
- गणित में अधिक अंक पाने वाला छात्र वरीयता में आता है।
- उम्र में छोटा छात्र पहले चुना जाता है।
- ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले छात्र को प्राथमिकता मिलती है।
स्कूल वार कटऑफ की शुरूआत
पहली बार Navodaya Vidyalaya ने स्कूल स्तर पर भी कटऑफ जारी करना शुरू किया है, जिससे यह पता चल पाया कि हर स्कूल में कितने अंकों पर अंतिम चयन हुआ। यह पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कटऑफ से कम अंक वालों को क्या करना चाहिए?
अगर आपका स्कोर कटऑफ से कम है, तो भी उम्मीद मत छोड़िए:
- 2nd Selection List का इंतजार कीजिए।
- अगर आप थोड़ा सा ही कटऑफ से पीछे हैं, तो कई बार रिक्त सीटों पर बुलाया जाता है।
- 2026 की तैयारी अभी से शुरू कीजिए और इस बार की गलतियों से सीख लीजिए।
भविष्य के छात्रों के लिए कुछ जरूरी बातें
- हर जिले की पुरानी कटऑफ जानिए और उसी के अनुसार तैयारी कीजिए।
- गणित और रीजनिंग को मजबूत बनाइए, क्योंकि इन्हीं में सबसे ज्यादा फर्क बनता है।
- Mock Tests लगातार दीजिए, ताकि परीक्षा में घबराहट न हो।
- समय का प्रबंधन सीखिए, क्योंकि एक सवाल ही आपकी सीट तय कर सकता है।
माता-पिता के लिए सलाह
- अपने बच्चे को केवल परिणाम से मत आंकिए।
- अगर चयन नहीं हुआ तो यह आखिरी रास्ता नहीं है।
- अगली तैयारी के लिए उसे प्रोत्साहित कीजिए और सहारा दीजिए।
निष्कर्ष
Navodaya Vidyalaya का कटऑफ 2025 अब सामने आ चुका है और इसके साथ ही लाखों छात्रों के भविष्य की पहली सीढ़ी तय हो गई है। कुछ छात्र इस सीढ़ी पर चढ़ चुके हैं, जबकि कुछ के पैर फिसले हैं – लेकिन यह सिर्फ एक कोशिश थी, जिंदगी की परीक्षा नहीं।
यदि आप सफल हुए हैं, तो आगे की तैयारी शुरू कीजिए – इंटरव्यू, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन, स्कूल चुनना आदि।
और अगर आप चूक गए हैं, तो आत्मविश्वास बनाए रखिए – एक नाकाम कोशिश, सफलता से ज्यादा सिखा जाती है।
Navodaya Vidyalaya में प्रवेश केवल एक मौका नहीं है, यह एक दिशा है। और दिशा सही हो, तो रास्ता खुद बनता है।
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