जानिए नवोदय में छात्रों की दिनचर्या कैसी होती है – एक संपूर्ण मार्गदर्शिका
नवोदय विद्यालय केवल एक स्कूल नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहाँ ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले मेधावी छात्र-छात्राएं जीवन के हर पहलू में तराशे जाते हैं। यह एक पूर्णतः आवासीय विद्यालय है, जहाँ बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन, समय का प्रबंधन, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व जैसे जीवन मूल्यों को भी सीखते हैं।
बहुत से माता-पिता और छात्र यह जानना चाहते हैं कि नवोदय विद्यालय में छात्रों की दिनचर्या कैसी होती है? क्या वे सुबह जल्दी उठते हैं? क्या पढ़ाई और खेल दोनों के लिए समय होता है? क्या जीवन बहुत कठिन होता है या अनुशासित?
इस लेख में हम आपको नवोदय विद्यालय की दैनिक दिनचर्या (Daily Routine) के बारे में विस्तार से बताएंगे – सुबह उठने से लेकर रात सोने तक, ताकि आपको एक स्पष्ट और सच्ची तस्वीर मिल सके।

1. सुबह की शुरुआत: अनुशासन और ऊर्जा के साथ
नवोदय में छात्रों का दिन बहुत अनुशासित होता है और इसकी शुरुआत सुबह जल्दी होती है।
- सुबह 5:30 बजे: अलार्म की कोई ज़रूरत नहीं होती, क्योंकि पूरे हॉस्टल में एक निर्धारित घंटी बजती है जिससे सभी छात्र जाग जाते हैं।
- 5:30 से 6:00 बजे: छात्र उठकर फ्रेश होते हैं, दांत साफ करते हैं और यूनिफॉर्म या स्पोर्ट्स ड्रेस पहनते हैं।
- 6:00 से 6:45 बजे: Morning Physical Training (PT) होती है, जिसमें दौड़, व्यायाम, योग, स्ट्रेचिंग आदि कराए जाते हैं। यह सत्र छात्रों के शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए बहुत आवश्यक होता है।
सुबह की शुद्ध हवा में पीटी करना उन्हें ऊर्जा से भर देता है और दिनभर के लिए तैयार करता है।
2. नाश्ता और विद्यालय की तैयारी
- 6:45 से 7:30 बजे: छात्र स्नान करते हैं और स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर तैयार होते हैं।
- 7:30 से 8:00 बजे: नाश्ते का समय होता है। मेस में सभी छात्र एक साथ नाश्ता करते हैं। नाश्ते में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें दी जाती हैं – जैसे पराठा, इडली, उपमा, दलिया, दूध आदि।
नाश्ते के बाद छात्र अपनी किताबें और ज़रूरी सामान लेकर कक्षा के लिए निकलते हैं।
3. कक्षा शिक्षण (Academic Classes)
- 8:00 से 1:30 बजे तक: यह समय क्लासरूम शिक्षण का होता है। नवोदय में कक्षा 6 से 12 तक पढ़ाई होती है और सभी विषयों के लिए विशेषज्ञ शिक्षक होते हैं।
हर पीरियड लगभग 45 मिनट का होता है, और बीच-बीच में लघु अवकाश (Short Break) भी दिया जाता है।
- गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेज़ी, हिंदी, कंप्यूटर, कला, संगीत आदि सभी विषयों को अच्छी तरह से पढ़ाया जाता है।
- शिक्षक बच्चों के साथ बहुत ही सहयोगात्मक और मार्गदर्शक की तरह व्यवहार करते हैं।
4. दोपहर का भोजन और आराम
- 1:30 से 2:00 बजे: छात्रों को दोपहर का भोजन दिया जाता है। भोजन पौष्टिक और संतुलित होता है – जिसमें दाल, चावल, रोटी, सब्ज़ी आदि शामिल होते हैं।
- 2:00 से 2:30: कुछ समय आराम या किताब पढ़ने के लिए दिया जाता है।
यह छोटा सा ब्रेक छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से तरोताजा कर देता है।
5. सेल्फ स्टडी और कोचिंग
- 2:30 से 4:00 बजे: यह समय ‘Remedial Classes’ या ‘Self Study’ के लिए आरक्षित होता है।
यदि किसी छात्र को किसी विषय में परेशानी होती है, तो शिक्षक उसे इस समय में समझाते हैं। उच्च कक्षाओं के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं (जैसे JEE/NEET) की तैयारी के लिए अतिरिक्त गाइडेंस भी दी जाती है।
छोटे बच्चों को भी होमवर्क करने, पढ़ाई दोहराने या ग्रुप स्टडी करने की आदत यहीं से लगाई जाती है।
6. खेलकूद और शारीरिक विकास
- 4:00 से 5:00 बजे: यह समय छात्रों का सबसे पसंदीदा समय होता है – खेलकूद का।
नवोदय विद्यालय में बड़े-बड़े खेल मैदान होते हैं, जहाँ विभिन्न खेलों की सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं:
- फुटबॉल
- क्रिकेट
- वॉलीबॉल
- खो-खो
- कबड्डी
- बास्केटबॉल
- एथलेटिक्स
- योग और मार्शल आर्ट्स
खेलों के माध्यम से छात्र सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनते हैं। नेतृत्व, टीम वर्क और अनुशासन जैसे गुणों का विकास होता है।
7. स्नान, नाश्ता और रात्रि अध्ययन
- 5:00 से 6:00 बजे: छात्र खेलकर वापस हॉस्टल आते हैं, स्नान करते हैं और हल्का नाश्ता करते हैं।
- 6:00 से 7:00 बजे: यह समय फिर से अध्ययन के लिए होता है। इसे Evening Study Time कहा जाता है।
छात्र अपने-अपने क्लासरूम या स्टडी हॉल में जाकर चुपचाप पढ़ते हैं। शिक्षक इस दौरान उपस्थित रहते हैं ताकि किसी को कोई परेशानी हो तो मदद की जा सके।
8. रात्रि भोजन और रात्रि अध्ययन
- 7:00 से 7:30 बजे: मेस में रात्रि भोजन कराया जाता है। रात के खाने में खिचड़ी, दाल-चावल, हल्की सब्ज़ी, या फल आदि दिए जाते हैं।
- 7:30 से 8:30 बजे: यह समय फिर से पढ़ाई के लिए होता है। खासकर सीनियर छात्रों के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि वे बोर्ड परीक्षा या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।
9. रात की तैयारी और विश्राम
- 8:30 से 9:00 बजे: छात्र दिनभर की गतिविधियों को दोहराते हैं, अपने कपड़े, बैग, किताबें तैयार करते हैं।
- 9:00 से 9:30 बजे: सभी छात्रों को सोने की तैयारी करनी होती है। हॉस्टल में वार्डन की निगरानी में सभी छात्रों को उनके निर्धारित डॉरमेट्री में भेज दिया जाता है।
- 9:30 बजे: लाइट ऑफ हो जाती है और सभी छात्र सो जाते हैं।
वार्डन और स्टाफ यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी छात्र सुरक्षित और समय पर सोएं।
10. रविवार और छुट्टियों में दिनचर्या
हालाँकि नवोदय की दिनचर्या सामान्य दिनों में सख्त होती है, लेकिन रविवार और विशेष छुट्टियों में थोड़ी ढील दी जाती है:
- थोड़ी देर से उठने की अनुमति
- मनोरंजन जैसे मूवी, संगीत, आर्ट-क्लास
- हॉबी क्लब – जैसे डिबेट क्लब, म्यूजिक क्लब, साइंस क्लब
- साफ-सफाई, कपड़े धोना, कमरा व्यवस्थित करना
- माता-पिता से मिलने का निर्धारित समय
इससे छात्रों को मानसिक विश्राम और नए उत्साह के साथ पढ़ाई में लौटने का अवसर मिलता है।
निष्कर्ष
नवोदय विद्यालय की दिनचर्या छात्रों को एक अनुशासित, नियमित और संतुलित जीवन जीने की आदत सिखाती है। यह दिनचर्या न केवल उन्हें अच्छे अंक लाने में मदद करती है, बल्कि जीवन में आत्मनिर्भर, जिम्मेदार और सफल इंसान बनने की दिशा में भी मार्गदर्शन देती है।
यहाँ हर छात्र को समय का महत्त्व, स्वास्थ्य का मूल्य और सामूहिक जीवन के नियम सिखाए जाते हैं। नवोदय में बिताया गया हर दिन जीवन की एक नयी सीख बनकर उभरता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा भी एक अनुशासित और श्रेष्ठ वातावरण में पढ़े और बढ़े, तो नवोदय विद्यालय से अच्छा विकल्प बहुत कम हैं।
नवोदय 2025 की तीसरी सूची में शामिल होने के लिए कटऑफ कितना हो सकता है?
नवोदय प्रवेश परीक्षा 2025: कक्षा 6 के लिए कटऑफ का अनुमान