नवोदय 2nd लिस्ट 2025 में कितने छात्र चुने जाएंगे? – पूरी जानकारी हिंदी में
परिचय
हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) की प्रवेश परीक्षा में लाखों छात्र भाग लेते हैं, लेकिन सीमित सीटों के कारण सभी का चयन पहली लिस्ट में नहीं हो पाता। ऐसे में दूसरी चयन सूची यानी 2nd लिस्ट का बेसब्री से इंतजार किया जाता है। लेकिन कई अभिभावकों और छात्रों के मन में यह सवाल बना रहता है – क्या 2nd लिस्ट आती है? और अगर आती है, तो उसमें कितने छात्रों का चयन होता है?

इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि नवोदय की दूसरी सूची कैसे बनती है, उसमें कितने छात्र चुने जा सकते हैं, और इसके पीछे क्या नियम होते हैं।
नवोदय में कुल सीटें कितनी होती हैं?
जवाहर नवोदय विद्यालय देशभर के हर जिले में एक विद्यालय चलाता है। प्रत्येक विद्यालय में कक्षा 6 के लिए औसतन 80 सीटें होती हैं, लेकिन यह संख्या कुछ जिलों में कम या ज्यादा भी हो सकती है।
मान लीजिए देशभर में कुल 650+ नवोदय विद्यालय हैं, तो लगभग 50,000 से अधिक सीटें होती हैं।
2nd लिस्ट में कितने छात्रों का चयन होता है?
अब सबसे अहम सवाल – दूसरी लिस्ट में कितने छात्र चुने जाएंगे, इसका कोई एक फिक्स नंबर नहीं होता। यह पूरी तरह फर्स्ट लिस्ट में कितनी सीटें खाली रह गईं, उस पर निर्भर करता है। दूसरी सूची का मकसद खाली रह गई सीटों को भरना होता है।
मुख्य आधार जिन पर 2nd लिस्ट के चयन की संख्या निर्भर करती है:
- प्रथम चयन सूची (First Merit List) में अनुपस्थित छात्र
कुछ छात्र फर्स्ट लिस्ट में चयनित होने के बावजूद समय पर एडमिशन नहीं लेते या रिपोर्ट नहीं करते। इनकी सीटें खाली रह जाती हैं। - डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन में असफल छात्र
कुछ छात्रों के दस्तावेज अधूरे होते हैं, या वे शर्तों को पूरा नहीं करते। ऐसे छात्रों की सीटें निरस्त कर दी जाती हैं। - मेडिकल जांच में अस्वीकृत छात्र
नवोदय विद्यालय में प्रवेश से पहले मेडिकल परीक्षण होता है। यदि कोई छात्र स्वास्थ्य कारणों से अयोग्य पाया जाए तो उसकी सीट भी खाली मानी जाती है। - ग्रामीण और आरक्षित सीटें पूरी न होना
कई बार ग्रामीण कोटा, लड़कियों का कोटा, SC/ST/OBC कोटा आदि पूरी तरह नहीं भर पाता। ऐसी स्थिति में प्रतीक्षा सूची से छात्र बुलाए जाते हैं।
उदाहरण से समझें:
मान लीजिए किसी जिले में कक्षा 6 के लिए 80 सीटें हैं। पहली लिस्ट से 70 छात्रों ने रिपोर्टिंग की, 10 छात्रों ने नहीं। इनमें से 2 छात्रों के डॉक्युमेंट अधूरे निकले और 1 छात्र मेडिकल में फेल हो गया।
इस स्थिति में 13 सीटें खाली रह जाती हैं, और इन 13 सीटों को भरने के लिए प्रतीक्षा सूची से छात्रों को बुलाया जाएगा।
तो इस जिले में दूसरी लिस्ट से 13 छात्रों का चयन हो सकता है।
क्या देशभर में सेकंड लिस्ट से हजारों छात्रों का चयन होता है?
हां, देशभर में अगर हर जिले में 5 से 15 सीटें खाली रह जाएं, तो 2nd लिस्ट से कुल मिलाकर 5,000 से 10,000 तक छात्रों का चयन संभव है। यह कोई आधिकारिक संख्या नहीं है, बल्कि पिछले वर्षों के अनुभवों पर आधारित अनुमान है।
क्या हर जिले में 2nd लिस्ट जारी होती है?
नहीं। केवल उन्हीं जिलों में सेकंड लिस्ट जारी होती है जहाँ सीटें खाली रह जाती हैं। यदि किसी जिले में सभी छात्रों ने समय पर रिपोर्ट कर दिया, डॉक्युमेंट पूरे निकले और कोई मेडिकल में फेल नहीं हुआ – तो वहाँ 2nd लिस्ट की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।
2nd लिस्ट कैसे और कहाँ जारी होती है?
- संबंधित जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर
- कभी-कभी जिला शिक्षा अधिकारी की वेबसाइट पर
- navodayatrick.com जैसी विश्वसनीय वेबसाइटों पर अपडेट मिल सकता है
- स्कूल के फ़ोन या संपर्क नंबर से भी जानकारी ली जा सकती है
2nd लिस्ट में चयनित छात्रों को क्या करना होता है?
- स्कूल द्वारा दी गई रिपोर्टिंग तिथि पर स्कूल पहुँचें
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को लेकर जाएं
- मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया से गुजरें
- समय पर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करें
निष्कर्ष
नवोदय 2nd लिस्ट 2025 में कितने छात्र चुने जाएंगे, इसका कोई फिक्स आंकड़ा नहीं है। यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि पहली लिस्ट के बाद कितनी सीटें खाली रह जाती हैं। हर जिले में यह संख्या अलग होती है। कुछ जिलों में एक भी छात्र नहीं चुना जाएगा जबकि कुछ में 10 या उससे ज्यादा का भी चयन हो सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि प्रतीक्षा सूची में नाम आने पर छात्र पूरी तरह तैयार रहें और समय पर स्कूल में रिपोर्ट करें।
JNVST 2025 Waiting List कैसे डाउनलोड करें?
नवोदय प्रतीक्षा सूची कैसे बनती है?
नवोदय प्रतीक्षा सूची (Waiting List) से संबंधित सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न