Navodaya प्रवेश परीक्षा की Cut-Off Marks आई – जानिए पूरी जानकारी, अनुमान और चयन प्रक्रिया
Navodaya Vidyalaya Samiti (NVS) द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली Navodaya Vidyalaya प्रवेश परीक्षा लाखों छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर होती है। यह परीक्षा देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों के होनहार छात्रों को एक बेहतरीन शिक्षा प्रणाली से जोड़ने का माध्यम है। हर साल इस परीक्षा में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है, और इसके बाद सबसे बड़ा सवाल होता है – कट-ऑफ मार्क्स (Cut-Off Marks) कितनी गई है?
इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि Navodaya की Cut-Off Marks क्या होती है, किस तरह से तय की जाती है, किस राज्य की कितनी जाती है, और छात्र इसका कैसे विश्लेषण कर सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि कटऑफ आने के बाद आगे की चयन प्रक्रिया क्या होती है।

Navodaya Cut-Off Marks क्या होती है?
Cut-Off Marks वह न्यूनतम अंक होते हैं जिनके आधार पर छात्र का चयन किया जाता है। यदि कोई छात्र इस न्यूनतम अंक या उससे अधिक प्राप्त करता है, तभी वह अगले चरण यानी चयन सूची (Selection List) में जगह बना पाता है।
Navodaya Vidyalaya की प्रवेश परीक्षा में Cut-Off Marks हर साल अलग-अलग हो सकते हैं और यह कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि:
- परीक्षा का कठिनाई स्तर
- कुल आवेदन की संख्या
- सीटों की उपलब्धता
- राज्यवार आरक्षण
- श्रेणी (Category – General, OBC, SC, ST)
इस वर्ष (2025) की संभावित Cut-Off Marks
चूंकि Navodaya Vidyalaya की आधिकारिक कट-ऑफ मार्क्स अभी तक आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित नहीं हुई है, लेकिन कई कोचिंग संस्थानों, परीक्षा विशेषज्ञों और पिछले वर्षों के ट्रेंड को देखते हुए अनुमानित कट-ऑफ नीचे दी गई है:
| श्रेणी | अनुमानित कट-ऑफ (150 में से) |
|---|---|
| सामान्य (General) | 115 – 125 |
| अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 110 – 120 |
| अनुसूचित जाति (SC) | 100 – 110 |
| अनुसूचित जनजाति (ST) | 90 – 105 |
| दिव्यांग (PH) | 80 – 95 |
राज्यवार कट-ऑफ में अंतर क्यों होता है?
Navodaya Vidyalaya की सबसे खास बात यह है कि इसका चयन राज्यवार होता है, यानी हर राज्य में सीटों की संख्या के अनुसार चयन होता है। यही कारण है कि हर राज्य की Cut-Off अलग होती है।
जैसे कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में छात्रों की संख्या अधिक होती है, तो वहाँ की कट-ऑफ सामान्यतः अधिक जाती है। वहीं छोटे राज्यों जैसे गोवा, सिक्किम, या पूर्वोत्तर के राज्यों में प्रतिस्पर्धा थोड़ी कम होने के कारण कट-ऑफ कुछ कम भी हो सकती है।
Cut-Off तय कैसे होती है?
Navodaya Vidyalaya Samiti द्वारा Cut-Off तय करने की कोई सार्वजनिक प्रक्रिया नहीं होती, लेकिन यह कुछ प्रमुख बातों पर आधारित होती है:
- परीक्षा का स्तर: यदि पेपर कठिन होता है, तो कट-ऑफ कम जाती है, और आसान पेपर होने पर कट-ऑफ अधिक हो सकती है।
- सीटों की संख्या: जितनी अधिक सीटें होंगी, कट-ऑफ उतनी ही कम जा सकती है।
- आवेदकों की संख्या: यदि बहुत ज्यादा छात्र परीक्षा में भाग लेते हैं, तो कट-ऑफ बढ़ सकती है।
- आरक्षण नीति: हर राज्य और कैटेगरी के लिए आरक्षित सीटों की वजह से भी कट-ऑफ में फर्क आता है।
Navodaya की Answer Key और Result के बाद Cut-Off की पुष्टि कैसे करें?
Navodaya परीक्षा की Answer Key जारी होने के बाद छात्र अपने उत्तरों का मिलान कर सकते हैं और अनुमान लगा सकते हैं कि उनके कितने अंक बन रहे हैं। इसके आधार पर वे यह देख सकते हैं कि वे किस स्थिति में हैं।
जैसे ही परिणाम आता है, साथ में चयन सूची और प्रतीक्षा सूची (Waiting List) भी आती है, जिससे साफ हो जाता है कि Cut-Off वास्तव में कितनी गई थी।
चयन सूची में नाम आने के बाद क्या करना होता है?
यदि आपने कट-ऑफ पार कर ली है और आपका नाम चयन सूची में आ गया है, तो आगे की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है:
- प्रमाणपत्र सत्यापन (Document Verification): – जिसमें जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र आदि की जांच होती है।
- मेडिकल जांच (Medical Test): – जिससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि छात्र मानसिक और शारीरिक रूप से फिट है।
- स्कूल आवंटन: – चयनित छात्रों को निकटतम नवोदय विद्यालय में एडमिशन दिया जाता है।
यदि कट-ऑफ से कुछ कम अंक आए तो क्या करें?
यदि किसी छात्र के अंक संभावित कट-ऑफ से कुछ कम हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। Navodaya में 2nd List (Waiting List) भी जारी होती है। कई बार पहले चयनित छात्र प्रवेश नहीं लेते या दस्तावेज पूरे नहीं होते, ऐसे में प्रतीक्षा सूची से छात्रों को मौका दिया जाता है।
इसलिए जब तक Waiting List जारी न हो, उम्मीद बनाए रखें।
पिछली वर्षों की Cut-Off एक नजर में
| वर्ष | सामान्य (Gen) | OBC | SC | ST |
|---|---|---|---|---|
| 2024 | 122 | 117 | 108 | 100 |
| 2023 | 120 | 115 | 105 | 98 |
| 2022 | 118 | 113 | 102 | 95 |
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर साल लगभग ±3 अंकों का अंतर होता है।
छात्रों के लिए सलाह
- उत्तर मिलान करें: Answer Key से अपने उत्तरों का मूल्यांकन करें।
- धैर्य रखें: परिणाम और कट-ऑफ के लिए जल्दबाजी न करें।
- दस्तावेज तैयार रखें: चयन सूची आने के तुरंत बाद डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन शुरू होता है।
- 2nd List का इंतजार करें: बहुत से छात्रों को इसी सूची में मौका मिलता है।
निष्कर्ष
Navodaya Vidyalaya प्रवेश परीक्षा की Cut-Off Marks हर साल छात्रों की मेहनत, पेपर के स्तर और प्रतियोगिता के आधार पर तय होती है। जो छात्र इस बार के अनुमानित अंक से ऊपर हैं, उनके पास अच्छा मौका है। और जिनके कुछ कम अंक हैं, उन्हें प्रतीक्षा सूची की ओर ध्यान देना चाहिए।
Navodaya में प्रवेश केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि एक नई दिशा की शुरुआत है। इसलिए कट-ऑफ चाहे जो भी हो, आपकी तैयारी और आत्मविश्वास ही सबसे बड़ी कुंजी है।
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