नवोदय में खेलों की तैयारी कब से शुरू होती है?
नवोदय विद्यालय केवल एक शिक्षा संस्थान नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का केंद्र है। यहाँ न केवल शैक्षणिक ज्ञान दिया जाता है, बल्कि खेल, संगीत, कला और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी समान महत्व दिया जाता है। लेकिन एक सवाल अक्सर अभिभावकों और छात्रों के मन में उठता है – “नवोदय में खेलों की तैयारी कब से शुरू होती है?” इस लेख में हम इसी सवाल का गहराई से विश्लेषण करेंगे। हम जानेंगे कि नवोदय विद्यालय में खेलों की व्यवस्था कैसी है, प्रशिक्षण कब से शुरू होता है, कौन-कौन से खेल सिखाए जाते हैं, और छात्रों को किस स्तर तक प्रतिस्पर्धा का मौका मिलता है।

नवोदय में खेलों का महत्व
नवोदय विद्यालय समिति (NVS) का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के होनहार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। लेकिन यह शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होती। नवोदय विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा और खेलों को मुख्य पाठ्यक्रम का हिस्सा माना जाता है।
खेलों से बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, टीम वर्क की भावना बढ़ती है, नेतृत्व क्षमता का विकास होता है और आत्मविश्वास भी मजबूत होता है। यही कारण है कि नवोदय विद्यालयों में खेलों को नियमित दिनचर्या में शामिल किया गया है।
नवोदय में खेलों की शुरुआत कब से होती है?
अब मूल प्रश्न की ओर आते हैं – नवोदय में खेलों की तैयारी कब से शुरू होती है?
1. कक्षा 6 में प्रवेश के साथ ही शुरू होती है खेल तैयारी
जब छात्र कक्षा 6 में नवोदय विद्यालय में प्रवेश करते हैं, तो उसी समय से उनकी खेल संबंधी ट्रेनिंग शुरू हो जाती है। नवोदय विद्यालयों की विशेषता यह है कि वे बच्चों को शुरुआत से ही अनुशासन और नियमितता की आदत डालते हैं। सुबह की दिनचर्या में PT (Physical Training) और शाम के समय खेल अनिवार्य रूप से कराए जाते हैं।
2. प्रारंभिक चरण: बेसिक ट्रेनिंग
छठी और सातवीं कक्षा के दौरान छात्रों को विभिन्न खेलों का परिचय कराया जाता है। उन्हें यह पता चलता है कि वे किस खेल में रुचि रखते हैं और कहाँ उनकी क्षमता बेहतर है। इस चरण को “Exposure Phase” कहा जा सकता है जहाँ बच्चों को विभिन्न खेलों की जानकारी दी जाती है और उनकी प्रतिभा को पहचाना जाता है।
3. 8वीं कक्षा से चयन प्रक्रिया तेज होती है
8वीं कक्षा से नवोदय विद्यालयों में खेलों की तैयारी अधिक गंभीर हो जाती है। इस कक्षा से बच्चों का चयन इंटर हॉउस, क्लस्टर, रीजनल और फिर नेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए किया जाता है। यदि कोई बच्चा किसी विशेष खेल में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो उसे विशेष प्रशिक्षण और अवसर प्रदान किए जाते हैं।
नवोदय विद्यालयों में खेलों की नियमित दिनचर्या
1. सुबह की दिनचर्या – पीटी (PT)
हर दिन सुबह छात्रों को पीटी कराई जाती है। यह पीटी कई बार साज-बाजे (band) के साथ होती है जिससे अनुशासन और ऊर्जा का संचार होता है। इसमें दौड़, स्ट्रेचिंग, योग और बुनियादी व्यायाम कराए जाते हैं।
2. शाम का खेल समय – नियमित अभ्यास
हर दिन शाम को एक तय समय पर सभी छात्रों को खेल मैदान में उतरना होता है। इस समय उन्हें उनकी पसंद और क्षमताओं के अनुसार खेल में भाग लेने का अवसर दिया जाता है। खेलों में भाग लेना अनिवार्य होता है ताकि हर छात्र स्वस्थ, सक्रिय और अनुशासित बना रहे।
3. विशेष कोचिंग और ट्रेनिंग
कुछ नवोदय विद्यालयों में विशेष कोच भी रखे जाते हैं जो छात्रों को क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, एथलेटिक्स, हॉकी, बैडमिंटन आदि खेलों में तकनीकी ज्ञान और प्रशिक्षण देते हैं।
नवोदय में खेल प्रतियोगिताओं का ढांचा
नवोदय विद्यालय समिति ने एक व्यवस्थित खेल प्रतियोगिता ढांचा विकसित किया है:
1. इंटर हॉउस प्रतियोगिता (Intra-House Competitions)
प्रत्येक विद्यालय में छात्र अलग-अलग हॉउस में बंटे होते हैं – अरावली, नीलगिरि, शिवालिक और उज्ज्वल। इन हाउसों के बीच खेल प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं ताकि बच्चों में प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न हो।
2. क्लस्टर स्तरीय प्रतियोगिता
एक ही क्षेत्र के कई नवोदय विद्यालय मिलकर क्लस्टर बनाते हैं। इन क्लस्टर में चुने गए छात्रों के बीच प्रतियोगिताएं होती हैं। यहाँ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को आगे रीजनल स्तर पर भेजा जाता है।
3. रीजनल और नेशनल स्तर
नवोदय विद्यालय समिति देश को कुछ क्षेत्रों (Regions) में बाँटती है – जैसे लखनऊ रीजन, पटना रीजन, चंडीगढ़ रीजन आदि। रीजनल स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता (National Meet) के लिए चयनित होते हैं।
4. राष्ट्रीय खेल महोत्सव (NVS National Meet)
हर वर्ष नवोदय विद्यालय समिति राष्ट्रीय खेल महोत्सव का आयोजन करती है। इसमें देशभर के नवोदय विद्यालयों के श्रेष्ठ खिलाड़ी भाग लेते हैं। यह आयोजन देश के किसी एक नवोदय विद्यालय में किया जाता है और बहुत ही भव्य होता है।
कौन-कौन से खेल सिखाए जाते हैं नवोदय में?
नवोदय विद्यालयों में बच्चों को अनेक खेलों की ट्रेनिंग दी जाती है:
- क्रिकेट
- फुटबॉल
- वॉलीबॉल
- कबड्डी
- खो-खो
- एथलेटिक्स (दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, शॉटपुट आदि)
- हॉकी
- बैडमिंटन
- टेबल टेनिस
- बास्केटबॉल
- योगा और मार्शल आर्ट्स (कुछ विद्यालयों में)
नवोदय में खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाएं
खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और विकास के लिए नवोदय विद्यालयों में अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं:
- विशाल खेल मैदान और कोर्ट
- खेल किट और ड्रेस
- विशेष आहार (Nutrition)
- योग शिक्षक और खेल प्रशिक्षक
- खेल छात्रवृत्ति और पुरस्कार
- ट्रैवल सुविधा प्रतियोगिता स्थलों तक
क्या नवोदय से खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचते हैं?
हाँ, नवोदय विद्यालयों के कई छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचे हैं। कई छात्रों ने NVS के माध्यम से खेलों में इतना अच्छा प्रदर्शन किया कि उन्हें स्पोर्ट्स कोटे के तहत उच्च शिक्षा संस्थानों और सरकारी नौकरियों में प्रवेश मिला। नवोदय विद्यालय समिति ऐसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें विशेष सहायता भी प्रदान करती है।
अभिभावकों को क्या जानना चाहिए?
- यदि आपका बच्चा खेलों में रुचि रखता है और वह नवोदय में पढ़ रहा है, तो उसकी रुचियों को प्रोत्साहित करें।
- स्कूल से मिलने वाली खेल संबंधी सूचनाओं पर ध्यान दें और समय-समय पर प्रतियोगिताओं के बारे में पूछताछ करते रहें।
- बच्चे को अतिरिक्त अभ्यास के लिए भी प्रेरित करें, ताकि वह क्लस्टर, रीजनल और नेशनल स्तर तक पहुँच सके।
निष्कर्ष:
नवोदय विद्यालयों में खेलों की तैयारी कक्षा 6 से ही शुरू हो जाती है। शुरुआत में यह तैयारी सामान्य स्तर पर होती है, लेकिन जैसे-जैसे छात्र ऊपर की कक्षाओं में पहुँचते हैं, उन्हें विशेष प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा के अवसर दिए जाते हैं। नवोदय का खेल ढांचा बेहद व्यवस्थित और प्रेरणादायक है जो छात्रों को केवल एक अच्छा खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाता है।
खेलों के माध्यम से अनुशासन, परिश्रम, नेतृत्व और टीम भावना जैसे गुण छात्रों में विकसित होते हैं। यदि आप नवोदय में प्रवेश लेने की सोच रहे हैं या आपके बच्चे का चयन हो चुका है, तो यह जानना आपके लिए आवश्यक है कि खेल केवल एक शारीरिक गतिविधि नहीं, बल्कि नवोदय के जीवन का अहम हिस्सा है।
navodayatrick.com जैसी वेबसाइटें आपको समय-समय पर खेलों से जुड़ी खबरें, परिणाम और आयोजन की जानकारी देती रहती हैं, जिनसे जुड़े रहना भी फायदेमंद हो सकता है।
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