JNVST दूसरी सूची: किन छात्रों को प्राथमिकता मिलती है? जानिए पूरी सच्चाई और नियम
परिचय
जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (NVS) द्वारा हर साल आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा JNVST (Jawahar Navodaya Vidyalaya Selection Test) के माध्यम से लाखों छात्र कक्षा 6 और 9 में दाखिला पाने की उम्मीद करते हैं। पहली चयन सूची आने के बाद भी कई छात्रों का नाम उसमें नहीं आता, लेकिन वे दूसरी सूची (Second Selection List) का इंतजार करते हैं।
अब सवाल यह उठता है कि JNVST दूसरी सूची में किन छात्रों को प्राथमिकता मिलती है? क्या सभी को बराबर मौका मिलता है? क्या पिछली सूची में न आने वाले छात्रों को फिर से मौका मिलता है? इस लेख में हम इन सभी सवालों का विस्तृत उत्तर देने जा रहे हैं।

1. पहली सूची में अनुपस्थित या रिपोर्ट न करने वाले छात्रों की जगह
JNVST की पहली सूची में जिन छात्रों का चयन होता है, लेकिन वे समय पर रिपोर्टिंग नहीं करते या दस्तावेज़ सही नहीं होने के कारण उनका चयन रद्द हो जाता है – उनकी जगह दूसरी सूची में भरी जाती है।
किन्हें प्राथमिकता मिलती है:
- वही छात्र जिनका स्कोर पहले से हाई था लेकिन सीट कम होने के कारण पहले नहीं चुने गए थे
- उसी वर्ग और श्रेणी के छात्रों को मौका मिलता है (जैसे SC, ST, OBC, UR)
2. क्षेत्रीय कोटा (Rural Quota) को पूरा करने के लिए
नवोदय विद्यालय में कम से कम 75% सीटें ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए आरक्षित होती हैं।
यदि किसी जिले में पहली सूची के बाद भी ग्रामीण कोटा पूरा नहीं होता है, तो दूसरी सूची में ग्रामीण क्षेत्रों से आवेदन करने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
प्राथमिकता मिलती है:
- सरकारी/सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले ग्रामीण छात्रों को
- सही तरीके से ग्रामीण प्रमाणपत्र दाखिल करने वालों को
- जिनका पता स्थायी रूप से ग्राम पंचायत में आता है
3. श्रेणीवार आरक्षण के अनुसार रिक्तियां भरने के लिए
JNVST में प्रत्येक जिले में अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), और सामान्य वर्ग (UR) के लिए निश्चित प्रतिशत में आरक्षण होता है।
अगर किसी वर्ग की सीट पहली सूची में खाली रह जाती है, तो उसी वर्ग के छात्रों को दूसरी सूची में प्राथमिकता दी जाती है।
उदाहरण:
अगर ST वर्ग की 20 सीटें थीं और पहली सूची में सिर्फ 16 छात्रों ने रिपोर्ट किया, तो दूसरी सूची में ST वर्ग के बाकी 4 छात्रों को मौका दिया जाएगा।
4. लड़कियों को मिलने वाला आरक्षण
नवोदय विद्यालयों में कम से कम एक तिहाई सीटें (33%) बालिकाओं के लिए आरक्षित होती हैं। यदि पहली सूची में यह कोटा पूरा नहीं हो पाया हो, तो दूसरी सूची में बालिकाओं को अतिरिक्त प्राथमिकता दी जाती है।
शर्त:
- उम्मीदवार ने सही से जेंडर और अन्य जानकारी फॉर्म में भरी हो
- स्कोर मेरिट के अनुसार हो
5. शारीरिक रूप से दिव्यांग (PH) छात्रों के लिए आरक्षित सीटें
JNVST में दिव्यांग छात्रों के लिए भी कुछ सीटें आरक्षित होती हैं। यदि पहली सूची में कोई भी दिव्यांग छात्र चयनित नहीं हुआ है, तो दूसरी सूची में योग्य दिव्यांग छात्रों को स्थान दिया जाता है।
दस्तावेज़ जरूरी:
- चिकित्सा प्रमाण पत्र (Medical Disability Certificate)
- सरकार द्वारा जारी दिव्यांगता प्रमाण
6. स्थानीय निवास प्रमाण और दस्तावेज की स्थिति
दूसरी सूची तैयार करते समय उन छात्रों को वरीयता दी जाती है:
- जिनके सभी दस्तावेज पहले से सही हैं
- स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र (Nativity Certificate) मान्य है
- स्कूल प्रमाण पत्र, जन्म तिथि प्रमाण पत्र और बाकी दस्तावेज सही पाए गए हों
जिन छात्रों की पहली सूची में दस्तावेज अधूरे थे, लेकिन मेरिट अच्छी थी, उन्हें भी दूसरी सूची में मौका मिल सकता है – बशर्ते कि दस्तावेज समय पर सही किए गए हों।
7. मौजूदा उपलब्ध सीटों की स्थिति
दूसरी सूची पूरी तरह सीटों की उपलब्धता पर निर्भर करती है। यदि किसी जिले में रिपोर्टिंग पूरी हो चुकी है और सभी सीटें भर चुकी हैं, तो वहां दूसरी सूची आने की संभावना नहीं होती।
लेकिन अगर:
- कुछ छात्रों ने एडमिशन नहीं लिया
- मेडिकल में फेल हो गए
- या स्थानांतरित कर दिए गए हैं
तो उस स्थिति में रिक्त स्थानों को भरने के लिए दूसरी सूची बनाई जाती है।
8. मार्जिन पर छूटे छात्रों को मिलती है प्राथमिकता
कई बार छात्रों का स्कोर बहुत ही मामूली अंतर से कट-ऑफ से नीचे रह जाता है। दूसरी सूची में ऐसे छात्रों को अधिक संभावना होती है।
उदाहरण:
अगर पहले लिस्ट में अंतिम चयनित छात्र का स्कोर 72 था और किसी का स्कोर 71.5 रहा हो, तो सीट खाली होने की स्थिति में उसे मौका मिल सकता है।
9. डोमिसाइल या जिले के अनुसार प्राथमिकता
हर नवोदय विद्यालय में उसी जिले के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है। यदि किसी छात्र ने आवेदन तो कर दिया लेकिन वह दूसरे जिले का है, तो दूसरी सूची में उसे शामिल नहीं किया जाएगा।
इसीलिए आवेदन फॉर्म भरते समय डोमिसाइल जिले की जानकारी सही होनी चाहिए।
10. विशेष मामलों में क्षेत्रीय NVS का निर्णय
कुछ मामलों में क्षेत्रीय नवोदय कार्यालय (RO) या NVS मुख्यालय द्वारा विशेष परिस्थितियों में लिस्ट अपडेट की जाती है, जैसे:
- कोई छात्र कोर्ट केस जीत जाता है
- परीक्षा में किसी प्रकार की तकनीकी गलती प्रमाणित होती है
- विशेष सामाजिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए सीट बढ़ाई जाती है
निष्कर्ष: कौन छात्र सबसे पहले चुना जाता है दूसरी सूची में?
प्राथमिकता क्रम | छात्र का प्रकार |
---|---|
1 | पहली सूची में चयनित लेकिन रिपोर्ट न करने वालों की जगह भरने वाले |
2 | ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले छात्र |
3 | महिला उम्मीदवार (यदि कोटा अधूरा है) |
4 | संबंधित वर्ग (SC/ST/OBC) के छात्र |
5 | दिव्यांग छात्र |
6 | जिनका स्कोर कट-ऑफ से थोड़ा ही नीचे था |
7 | जिनके दस्तावेज समय पर और सही मिले |
जरूरी सलाहें:
- दस्तावेज़ तैयार रखें: जैसे ही दूसरी सूची आती है, रिपोर्टिंग के लिए समय बहुत कम मिलता है।
- navodayatrick.com पर नियमित विजिट करें: वहां सेकंड लिस्ट की अपडेट सबसे तेज मिलती है।
- VK Academy यूट्यूब चैनल देखें: वहां चयन सूची, कटऑफ और मेडिकल से जुड़ी जानकारी सरल भाषा में वीडियो के रूप में मिलती है।
- जिले के JNV से संपर्क बनाए रखें: स्कूल नोटिस बोर्ड और ऑफिस से सही जानकारी मिल सकती है।
आपका नाम अगर पहली सूची में नहीं आया है तो घबराएं नहीं। हो सकता है कि दूसरी सूची में आपका नाम जरूर हो – अगर आप ऊपर बताए गए मापदंडों में आते हैं।
शुभकामनाएं!
आपका नाम नवोदय की अगली सूची में हो और आप एक उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ें – यही हमारी मंगलकामना है।
नई जानकारी और लिस्ट अपडेट के लिए www.navodayatrick.com विजिट करते रहें।
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