Navodaya 3rd List Highlights

Navodaya 3rd List Highlights – जानिए कटऑफ और रिक्तियाँ

हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (NVS) तीन स्टेज में चयन सूची जारी करती है। तीसरी सूची खास होती है क्योंकि यह अंतिम मौका देती है उन बच्चों को, जिनका चयन मुख्य सूची या दूसरी सूची में नहीं हुआ। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Navodaya 3rd List में कटऑफ मार्क्स कितने रहे, कितनी रिक्त सीटें बचीं और क्या कदम उठाने चाहिए।

Navodaya 3rd List Highlights
Navodaya 3rd List Highlights

1. कटऑफ मार्क्स क्या रहे?

पिछले सालों के रुझानों से पता चलता है कि JNVST Class 6 के लिए कटऑफ में विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग आंकड़े होते हैं। अनुमानित कटऑफ नीचे दिए गए चार्ट में देखिए:

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  • समान्य (General): 71–76 अंक (71%–76%)

  • OBC: 69–70 अंक

  • SC: 60–68 अंक

  • ST: 55–60 अंक

इसका मतलब यह हुआ कि प्रवेश की आखिरी सूची में भी सामान्य वर्ग के बच्चों को लगभग 71–76 अंक चाहिए थे, जबकि आरक्षित वर्गों में अपेक्षाकृत कम अंक पर चयन संभव रहा।

2. तीसरी सूची में कितनी सीटें खाली हुई?

तीसरी सूची तब जारी होती है जब मुख्य और दूसरी सूची में चयनित बच्चों में से कोई एडमिशन नहीं ले पाता या सीटें शून्य रहती हैं। आंकड़े बताते हैं कि हर जिले में लगभग 5–12 सीटों पर रिक्तता बनी रही। कुछ जिलों में संख्या 8–10 तक पहुंची। इसका कारण:

  • चयनित बच्चों का दूसरी स्कूल में दाखिला लेना

  • डॉक्यूमेंट या मेडिकल की वजह से एडमिशन न होना

  • अभिभावकों द्वारा कॉलेज दर्जा न लेना

इसलिए तीसरी सूची उन बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई।

3. रिक्त सीटों का महत्व

जब मुख्य सूची में चयनित बच्चे एडमिशन नहीं लेते, तो रिक्त सीटें खतम नहीं होतीं। सीधा फायदा तीसरी सूची में नाम वाले बच्चों को मिलता है। यानी अगर आम कटऑफ सामान्य वर्ग के लिए 71–76 अंक था, और आपके बच्चे के अंक उनके आसपास हैं, तो तीसरी सूची में उसका चुना जाना संभव है। इसमें सामान्य वर्ग के अलावा आरक्षित वर्गों में भी चयन का मौका काफी बढ़ जाता है।

4. रिक्तियों का सटीक अनुमान

सूत्र बताते हैं कि:

  • सामान्य वर्ग में प्रतिजिला औसतन 5–8 सीटें बचीं

  • OBC, SC, ST में 2–5 सीटों तक रिक्त रही

हालांकि हर जिले का पैटर्न अलग रहा और रिक्तियों की संख्या उस पर निर्भर थी।

5. तीसरी सूची के फायदे

तीसरी सूची से एडमिशन का निम्नलिखित लाभ होता है:

  • अंतिम अवसर — चारों सूची में चयन से चूक गए बच्चों को आखिरी मौका

  • आवश्यक कटऑफ स्कोर पर चयन का मौका बनी रहती है

  • मेडिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया इसी सूची में पूरी होती है

6. तीसरी सूची में नाम आने के बाद क्या करें?

अगर आपके बच्चे का चयन तीसरी सूची में हो जाता है, तो तुरंत कार्रवाई करें:

  • संबंधित जवाहर नवोदय विद्यालय से संपर्क करें

  • सभी दस्तावेज़ तैयार रखें (जन्म प्रमाण पत्र, जाति / निवास प्रमाण पत्र, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट, आदि)

  • दी गई अंतिम तिथि से पहले रिपोर्टिंग और मेडिकल जांच करालीजिए

  • किसी विलंब का न करें — अगला उम्मीदवार आपकी जगह ले सकता है

7. यदि नाम नहीं आया…

अगर इस बार भी चयन नहीं हुआ, तो निराश न हों। आपके पास अभी भी दूसरे विकल्प हैं:

  • अन्य सरकारी आवासीय स्कूल

  • छात्रवृत्ति योजनाएँ

  • भविष्य में कक्षा 9वीं की प्रवेश परीक्षा

8. निष्कर्ष

तीसरी Navodaya सूची वह आखिरी मौका है जिसमें कटऑफ अंक लगभग 71–76 (General) और कम आरक्षित वर्गों के लिए 55–70 के बीच रहा। रिक्तियों के चलते कई जिलों में 5–12 सीटें खाली रह गईं, जिससे तीसरी सूची अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण बनी।

रोल नंबर चेक करें (स्टेप बाय स्टेप गाइड)

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