Navodaya Syllabus – Hindi Comprehensive | नवोदय हिंदी सिलेबस की सम्पूर्ण जानकारी (2025 के अनुसार)
परिचय:
नवोदय विद्यालय समिति (NVS) द्वारा आयोजित कक्षा 9वीं की प्रवेश परीक्षा (Lateral Entry Test) में हिंदी विषय एक मुख्य भूमिका निभाता है। यह विषय न केवल छात्र की भाषा ज्ञान, समझदारी और व्याकरणिक दक्षता की जाँच करता है, बल्कि लेखन शैली और रचनात्मक सोच को भी सामने लाता है।
अक्सर छात्र गणित और विज्ञान पर अधिक ध्यान देते हैं और हिंदी को केवल “स्कोरिंग सब्जेक्ट” मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि हिंदी में अच्छा प्रदर्शन पूरे परीक्षा परिणाम को बेहतर बना सकता है।
कक्षा 9वीं के लिए होने वाली नवोदय परीक्षा में हिंदी एक महत्वपूर्ण सेक्शन होता है, जो छात्र की भाषाई पकड़, व्याकरण, समझ और अभिव्यक्ति की क्षमता का मूल्यांकन करता है। इस विषय में अंक लाना तुलनात्मक रूप से सरल है, बशर्ते छात्र ने अभ्यास किया हो।
हिंदी विषय से लगभग 15–20 अंकों के प्रश्न आते हैं, जिनका सीधा प्रभाव छात्र की मेरिट रैंकिंग पर पड़ता है। इसलिए इस विषय की गहन और व्यवस्थित तैयारी आवश्यक है।

2. Navodaya Hindi Syllabus – टॉपिकवाइज विस्तार
नवोदय के हिंदी सिलेबस को हम तीन मुख्य भागों में बाँट सकते हैं:
- 1. अपठित गद्यांश (Reading Comprehension)
- 2. व्याकरण (Grammar)
- 3. शब्द ज्ञान और भाषा प्रयोग (Vocabulary & Usage)
3. अपठित गद्यांश (Reading Comprehension)
यह भाग छात्र की पढ़कर समझने की क्षमता को जाँचता है। इसमें एक गद्यांश (Paragraph) दिया जाता है और उस पर आधारित 4–5 प्रश्न पूछे जाते हैं।
प्रश्नों के प्रकार:
- मुख्य विचार क्या है?
- लेखक का उद्देश्य क्या है?
- किसी शब्द का अर्थ गद्यांश के संदर्भ में क्या है?
- गद्यांश से तथ्यात्मक जानकारी निकालना
तैयारी सुझाव:
- प्रतिदिन एक छोटा गद्यांश पढ़ें और उस पर सवाल बनाएं
- उत्तर शब्दशः न लिखें, बल्कि अपने शब्दों में दें
- हिंदी अखबारों और बाल पत्रिकाओं से अभ्यास करें
4. हिंदी व्याकरण (Grammar) – विस्तृत टॉपिक सूची
हिंदी व्याकरण नवोदय परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। इसमें निम्नलिखित विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं:
a) संज्ञा और सर्वनाम (Nouns & Pronouns)
- संज्ञा के भेद: व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक
- सर्वनाम के प्रकार: पुरुषवाचक, संकेतवाचक, प्रश्नवाचक
b) क्रिया और काल (Verbs & Tense)
- क्रिया के प्रकार: सकर्मक, अकर्मक
- काल: वर्तमान, भूतकाल, भविष्य
c) विशेषण और क्रिया विशेषण (Adjectives & Adverbs)
- विशेषण के प्रकार और उनके प्रयोग
- संख्यावाचक, गुणवाचक, परिमाणवाचक विशेषण
d) लिंग और वचन (Gender & Number)
- पुल्लिंग और स्त्रीलिंग का सही प्रयोग
- एकवचन से बहुवचन परिवर्तन
e) कारक और विभक्ति
- संज्ञा और सर्वनाम के साथ कारकों का प्रयोग
- विभक्तियाँ और उनके चिन्ह
f) काल और वाक्य रचना
- काल के अनुसार वाक्य परिवर्तन
- सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्य
g) विलोम और पर्यायवाची शब्द
- विलोम शब्द: दिन–रात, सुख–दुख
- पर्यायवाची: सूर्य – रवि – भानु – दिनकर
h) मुहावरे और लोकोक्तियाँ
- प्रमुख मुहावरे: नाक में दम करना, हाथ खड़े करना
- लोकोक्तियाँ: जैसी करनी वैसी भरनी
i) अशुद्ध वाक्य संशोधन
- वाक्य में व्याकरण की त्रुटियाँ पहचानना
- सही वाक्य बनाना
j) वर्तनी शुद्धि (Spelling Correction)
- सामान्यतः गलत लिखे जाने वाले शब्दों की पहचान
- सही वर्तनी का अभ्यास
5. शब्द ज्ञान और भाषा प्रयोग (Vocabulary & Usage)
इस भाग में छात्रों के शब्द ज्ञान और उनकी उपयोग की क्षमता को परखा जाता है।
प्रमुख टॉपिक:
- समानार्थी और विपरीतार्थी शब्द
- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
- वाक्य में सही शब्द चयन
- रिक्त स्थानों की पूर्ति
- वाक्य पुनः रचना (Sentence rearrangement)
उदाहरण:
- समानार्थी शब्द:
– “ज्ञान” का पर्यायवाची: विद्या, शिक्षा, बोध - विलोम शब्द:
– “सत्य” का विलोम: असत्य - अनेक शब्दों के लिए एक शब्द:
– जो सब जगह हो: सर्वव्यापी - रिक्त स्थान पूर्ति:
– राम स्कूल _______ गया।
विकल्प: गया, गई, जाओ, जाते
उत्तर: गया
6. नवोदय हिंदी विषय के प्रश्नों की प्रकृति और वितरण
टॉपिक | संभावित प्रश्नों की संख्या | कठिनाई स्तर |
---|---|---|
अपठित गद्यांश | 4–5 | मध्यम |
व्याकरण | 7–8 | मध्यम |
शब्द ज्ञान | 4–5 | आसान |
परीक्षा में Objective Type MCQs पूछे जाते हैं। अधिकतर प्रश्न प्रत्यक्ष ज्ञान पर आधारित होते हैं, जो छात्र की अभ्यास-आधारित तैयारी से आसानी से हल किए जा सकते हैं।
7. नवोदय हिंदी की तैयारी के लिए रणनीति
1. रोज़ व्याकरण का अभ्यास करें:
- हर दिन 1 व्याकरण टॉपिक लें और 10–15 प्रश्न हल करें
- उदाहरण के साथ नियम याद करें
2. एक विशेष शब्दों की डायरी बनाएं:
- प्रतिदिन 5–10 नए शब्द, उनके पर्यायवाची और विलोम लिखें
- मुहावरे और लोकोक्तियाँ भी जोड़ें
3. प्रतिदिन गद्यांश पढ़ना शुरू करें:
- बाल साहित्य, समाचार पत्र, हिंदी पत्रिकाएँ पढ़ें
- मुख्य विचार निकालें और सवाल बनाएं
4. पुराने प्रश्नपत्र हल करें:
- पिछले वर्षों के हिंदी प्रश्नों का विश्लेषण करें
- समय सीमा में हल करने की आदत डालें
5. Mock Tests और Online Practice:
- navodayatrick.com पर दिए गए अभ्यास प्रश्नों से खुद को परखें
- मोबाइल ऐप्स और पीडीएफ नोट्स से सहारा लें
8. संभावित प्रश्न उदाहरण (Practice Set)
- “विराट” शब्द का विलोम शब्द क्या है?
– सूक्ष्म - “आकाश” का पर्यायवाची शब्द क्या है?
– गगन - अशुद्ध वाक्य को सुधारिए:
– वह बाजार गया थी।
– सुधार: वह बाजार गया था। - मुहावरे का अर्थ बताइए: “नाक में दम करना”
– बहुत परेशान करना - सही वर्तनी चुनिए:
– विकल्प: सिक्षा, सिख्सा, शिक्षा, सिखसा
– उत्तर: शिक्षा
9. हिंदी अध्ययन के लिए उपयोगी स्रोत
- navodayatrick.com – टॉपिकवाइज पीडीएफ नोट्स और क्विज़
- VK Academy YouTube Channel – हिंदी व्याकरण की वीडियो कक्षाएं
- NCERT Hindi Books (Class 6 to 8) – आधारभूत ज्ञान के लिए
- बालभारती / सरस्वती हिंदी व्याकरण – अभ्यास हेतु पुस्तकें
- Daily dictation & reading practice – सुनकर और बोलकर अभ्यास करें
10. निष्कर्ष – हिंदी से ही होगी श्रेष्ठ रैंक संभव
हिंदी भाषा केवल विषय नहीं, व्यक्तित्व को विकसित करने का माध्यम है। नवोदय परीक्षा में हिंदी विषय से संबंधित प्रश्नों की तैयारी यदि योजना के साथ की जाए, तो यह विषय सबसे स्कोरिंग सेक्शन बन सकता है।
वाक्य रचना, शब्द ज्ञान, व्याकरणिक शुद्धता और पढ़कर समझने की क्षमता – यही वो चार स्तंभ हैं जो हिंदी विषय में सफलता की गारंटी देते हैं।
Navodaya Syllabus – Science Complete Coverage
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