NMMS Cut Off 2024 vs 2025: क्या इस बार मुश्किल रहेगा चयन?
परिचय
NMMS (National Means-cum-Merit Scholarship) परीक्षा देशभर के लाखों छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर होती है। यह परीक्षा उन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करती है जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। हर साल छात्र NMMS Cut Off का बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि यही तय करता है कि किसे छात्रवृत्ति मिलेगी।
2024 में NMMS का पेपर अपेक्षाकृत आसान था, जिससे Cut Off काफी बढ़ी थी। लेकिन 2025 में हालात थोड़े अलग हो सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि NMMS Cut Off 2024 और 2025 के बीच क्या अंतर रह सकता है, और क्या इस बार चयन पाना मुश्किल रहेगा।

NMMS परीक्षा का महत्व
NMMS परीक्षा का उद्देश्य मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की पढ़ाई में मदद करना है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को कक्षा 9 से लेकर 12 तक हर साल ₹12,000 की छात्रवृत्ति मिलती है।
यह परीक्षा दो भागों में होती है:
- MAT (Mental Ability Test) – तर्कशक्ति और पैटर्न पहचान से जुड़े प्रश्न।
- SAT (Scholastic Aptitude Test) – गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान पर आधारित प्रश्न।
दोनों मिलाकर परीक्षा 180 अंकों की होती है।
NMMS Cut Off 2024: एक नजर पिछले साल पर
2024 में NMMS का पेपर अपेक्षाकृत आसान था और इस कारण Cut Off लगभग सभी राज्यों में बढ़ी हुई देखी गई। नीचे कुछ राज्यों की अनुमानित Cut Off दी गई है:
| राज्य | सामान्य वर्ग (General) | OBC | SC | ST |
|---|---|---|---|---|
| उत्तर प्रदेश | 120–130 | 115–125 | 105–115 | 95–105 |
| बिहार | 115–125 | 110–120 | 100–110 | 95–105 |
| मध्य प्रदेश | 125–135 | 120–130 | 110–120 | 100–110 |
| राजस्थान | 130–140 | 125–135 | 115–125 | 105–115 |
| महाराष्ट्र | 120–130 | 115–125 | 105–115 | 100–110 |
| तमिलनाडु | 135–145 | 130–140 | 120–130 | 110–120 |
| दिल्ली | 135–145 | 130–140 | 120–130 | 115–125 |
इन आंकड़ों से साफ है कि NMMS 2024 में सामान्य वर्ग के लिए औसत Cut Off 125 से 135 अंकों के बीच रही थी।
NMMS 2025 में बदलाव क्यों संभव है?
NMMS 2025 के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या 2024 की तुलना में लगभग 12–15% अधिक है। इस बार परीक्षा की कठिनाई स्तर में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
नीचे कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं जो 2025 की Cut Off को प्रभावित कर सकते हैं:
- अधिक अभ्यर्थी:
इस बार आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या बढ़ी है, जिससे प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी। - पेपर का कठिनाई स्तर:
पिछले वर्ष पेपर आसान था, लेकिन इस बार सवालों में थोड़ी जटिलता आ सकती है ताकि Cut Off सामान्य स्तर पर रहे। - राज्यवार सीटों में बदलाव:
कुछ राज्यों ने NMMS सीटों की संख्या में थोड़ा बदलाव किया है, जिससे Cut Off पर असर पड़ सकता है। - बढ़ती जागरूकता:
अब ग्रामीण और छोटे शहरों के छात्र भी NMMS के प्रति अधिक जागरूक हो गए हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है।
NMMS Cut Off 2025: अनुमानित आंकड़े
पिछले वर्षों के ट्रेंड और इस बार की परीक्षा स्थिति को देखते हुए 2025 की Cut Off थोड़ी ऊंची रह सकती है, लेकिन कुछ राज्यों में यह स्थिर या थोड़ी कम भी हो सकती है।
| राज्य | 2024 Cut Off (General) | 2025 अनुमानित Cut Off (General) | अंतर |
|---|---|---|---|
| उत्तर प्रदेश | 125 | 128–130 | +3 से +5 |
| बिहार | 120 | 122–126 | +2 से +4 |
| मध्य प्रदेश | 130 | 132–136 | +2 से +4 |
| राजस्थान | 135 | 133–137 | समान या हल्का बदलाव |
| महाराष्ट्र | 125 | 127–130 | +2 से +3 |
| गुजरात | 128 | 130–135 | +2 से +5 |
| तमिलनाडु | 140 | 138–142 | स्थिर |
| दिल्ली | 140 | 142–145 | +2 से +3 |
| झारखंड | 120 | 122–125 | +2 से +3 |
| ओडिशा | 125 | 127–130 | +2 से +3 |
क्या 2025 में चयन मुश्किल रहेगा?
यह सवाल हर छात्र के मन में है। आइए इसे बिंदुवार समझते हैं:
- प्रतिस्पर्धा में वृद्धि:
अधिक विद्यार्थी NMMS के बारे में जानने लगे हैं, जिससे परीक्षा में भाग लेने वालों की संख्या बढ़ी है। इसलिए चयन के लिए अधिक अंक लाने होंगे। - पेपर का स्तर:
अगर पेपर थोड़ा कठिन हुआ, तो Cut Off स्थिर या थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन चयन आसान नहीं होगा क्योंकि हर छात्र अब बेहतर तैयारी कर रहा है। - राज्यवार अंतर:
जिन राज्यों में 2024 में Cut Off ज्यादा थी (जैसे राजस्थान, तमिलनाडु, दिल्ली), वहां चयन 2025 में और मुश्किल रह सकता है। - General Category पर असर:
सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए इस बार Cut Off 130–135 के बीच रहने की संभावना है, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ी अधिक है।
NMMS 2025 में सफलता की रणनीति
यदि आप इस बार NMMS 2025 में चयन पाना चाहते हैं, तो केवल मेहनत ही नहीं, समझदारी से तैयारी करना जरूरी है।
1. पुराने प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें:
पिछले 5 सालों के पेपर हल करें ताकि Cut Off लेवल का अंदाजा लगे।
2. MAT सेक्शन पर ध्यान दें:
रीजनिंग और तर्कशक्ति वाले सवाल Cut Off बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
3. SAT में गणित और विज्ञान मजबूत रखें:
ये दो विषय सबसे अधिक अंक दिलाने वाले हैं।
4. मॉक टेस्ट और टाइम मैनेजमेंट का अभ्यास करें:
समय सीमा में प्रश्न हल करने की आदत डालें।
5. आत्मविश्वास बनाए रखें:
NMMS परीक्षा में मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास सफलता की कुंजी हैं।
NMMS Cut Off में अंतर क्यों होता है (2024 vs 2025)?
हर राज्य का शिक्षा स्तर, परीक्षा केंद्रों की संख्या और विद्यार्थियों की भागीदारी अलग होती है।
उदाहरण के लिए:
- दिल्ली और तमिलनाडु में छात्रों की पढ़ाई का स्तर ऊंचा होने से Cut Off अधिक रहती है।
- पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम या मणिपुर में छात्रों की संख्या कम होती है, इसलिए Cut Off थोड़ी कम रहती है।
2025 में भी यही ट्रेंड जारी रहने की उम्मीद है।
पिछले वर्ष की तुलना में 2025 में छात्रों की तैयारी का स्तर
अब छात्रों के पास ऑनलाइन टेस्ट, PDF नोट्स और पिछले वर्षों के पेपर आसानी से उपलब्ध हैं। जैसे वेबसाइट navodayatrick.com NMMS के लिए विशेष तैयारी सामग्री प्रदान करती है, जिससे छात्रों की तैयारी और भी मजबूत हो गई है। यही वजह है कि 2025 में चयन मुश्किल हो सकता है क्योंकि अब हर छात्र पहले से बेहतर तैयार है।
निष्कर्ष
NMMS 2025 में चयन पाना 2024 की तुलना में थोड़ा कठिन हो सकता है। Cut Off में 3–5 अंकों की वृद्धि देखने को मिल सकती है। हालांकि, अगर छात्र सही रणनीति से तैयारी करें, तो चयन असंभव नहीं है।
सारांश में:
- 2024 में औसत Cut Off: 125–135 अंक।
- 2025 में अनुमानित Cut Off: 128–138 अंक।
- प्रतिस्पर्धा ज्यादा होगी, इसलिए तैयारी भी उसी स्तर की करनी होगी।
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