JNVST दूसरी सूची: किन छात्रों को प्राथमिकता मिलती है?
प्रस्तावना
JNVST यानी जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में हर साल लाखों छात्र शामिल होते हैं, लेकिन सीमित सीटों के कारण हर किसी को प्रथम चयन सूची (First List) में स्थान नहीं मिल पाता। ऐसे में अभिभावक और छात्र आशा लगाते हैं कि शायद दूसरी सूची (Second List) या प्रतीक्षा सूची (Waiting List) में उनका नाम आ जाए।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि JNVST की दूसरी सूची में किसे प्राथमिकता दी जाती है?
किस आधार पर छात्रों को वेटिंग लिस्ट से चयन किया जाता है?
क्या इसमें मेरिट ही मापदंड है, या और भी कुछ?

इस लेख में हम इस विषय पर पूरी गहराई से चर्चा करेंगे – किन छात्रों को नवोदय की दूसरी सूची में प्राथमिकता दी जाती है, और कैसे आप इस सूची में शामिल होकर नवोदय में प्रवेश पा सकते हैं।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
पहली सूची और दूसरी सूची में अंतर
सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि प्रथम सूची और द्वितीय सूची के बीच क्या अंतर है।
- प्रथम सूची (First List): यह सूची उन छात्रों की होती है जिन्होंने उच्चतम अंक प्राप्त किए होते हैं और सीटों के अनुसार सीधे चयनित होते हैं।
- द्वितीय सूची (Second List): यह प्रतीक्षा सूची होती है। इसमें वे छात्र होते हैं जिनके अंक अच्छे होते हैं लेकिन सीटों की संख्या सीमित होने के कारण उनका चयन पहली सूची में नहीं हो पाता। जब प्रथम सूची के छात्रों में से कोई रिपोर्ट नहीं करता, या पात्रता शर्तें पूरी नहीं करता, तब वेटिंग लिस्ट से छात्रों को बुलाया जाता है।
अब सवाल उठता है कि – दूसरी सूची में किन्हें पहले बुलाया जाता है?
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
दूसरी सूची में चयन की प्रक्रिया
दूसरी सूची पूरी तरह से मेरिट आधारित होती है, लेकिन इसमें नवोदय विद्यालय संगठन द्वारा निर्धारित आरक्षण नियमों और प्राथमिकता के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।
मुख्यतः निम्नलिखित बिंदुओं पर प्राथमिकता दी जाती है:
- कैटेगरी आधारित प्राथमिकता (Category-Wise Reservation)
नवोदय विद्यालय संगठन भारत सरकार की आरक्षण नीति का पालन करता है। इसलिए वेटिंग लिस्ट में भी चयन करते समय यह ध्यान रखा जाता है कि हर श्रेणी की सीटें भर जाएं।
उदाहरण के लिए:
- अनुसूचित जाति (SC)
- अनुसूचित जनजाति (ST)
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC – केवल NCL)
- सामान्य वर्ग (General)
- दिव्यांग (PH)
यदि किसी विशेष श्रेणी में पहली सूची से पर्याप्त छात्र रिपोर्ट नहीं करते हैं, तो वेटिंग लिस्ट से उसी श्रेणी के छात्रों को पहले बुलाया जाता है।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
-
लड़कियों को प्राथमिकता (Girls Priority)
नवोदय विद्यालयों में लड़कों और लड़कियों के लिए समान संख्या में सीटें आरक्षित होती हैं। यदि किसी जिले में प्रथम सूची में पर्याप्त बालिकाओं का चयन नहीं होता, तो वेटिंग लिस्ट में बालिकाओं को प्राथमिकता देकर सीटें भरी जाती हैं।
इसलिए यदि कोई लड़की छात्रा वेटिंग लिस्ट में है, तो उसे लड़कों की तुलना में चयन में अधिक अवसर मिल सकता है – बशर्ते उसके अंक उपयुक्त हों।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
-
ग्रामीण छात्रों को प्राथमिकता (Rural Quota Priority)
JNV की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण प्रतिभाओं को उभारना है, इसलिए कम से कम 75% सीटें ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए आरक्षित होती हैं।
यदि शहरी क्षेत्र के छात्रों ने अधिक रिपोर्ट किया हो और ग्रामीण छात्रों की सीटें खाली रह जाएं, तो वेटिंग लिस्ट से ग्रामीण छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है।
इसलिए जो छात्र ग्रामीण स्कूलों से 3वीं, 4वीं और 5वीं पढ़े हैं, और प्रमाणपत्र सही है, उन्हें दूसरी सूची में वरीयता दी जाती है।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
-
जिलेवार प्राथमिकता (District-Wise Selection)
प्रत्येक जिले को एक निश्चित संख्या में सीटें आवंटित की जाती हैं। यदि किसी जिले की आरक्षित सीटें खाली रहती हैं, तो उस जिले की प्रतीक्षा सूची के छात्रों को पहले बुलाया जाता है।
इसलिए वेटिंग लिस्ट जिलेवार होती है, और दूसरे जिले के छात्रों को तब तक नहीं बुलाया जाता जब तक आपके जिले की वेटिंग क्लोज न हो जाए।
-
मेरिट के आधार पर – अंक की वरीयता
आरक्षण और अन्य शर्तों के बाद भी सबसे बड़ा मापदंड छात्र के अंक होते हैं।
- अगर आपके अंक अपेक्षाकृत अधिक हैं और आपने सही श्रेणी में आवेदन किया है,
- तो संभावना अधिक होती है कि आपको वेटिंग लिस्ट से बुला लिया जाए।
- कई बार 0.5 से 1 अंक के अंतर से चयन होता है।
इसलिए परीक्षा के दिन की गई छोटी-सी गलती भी वेटिंग में नाम आने और चयन के बीच का अंतर बना सकती है।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
-
दस्तावेज़ों की पूर्णता और सत्यता
अगर आपने सही समय पर सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा किए हैं, और वे वैध हैं, तो आपकी स्थिति मजबूत होती है।
- कई बार पहले चयनित छात्र गलत दस्तावेज़ या अपूर्ण प्रमाणपत्र के कारण बाहर हो जाते हैं।
- उस स्थिति में वेटिंग लिस्ट से वैध दस्तावेज़ वाले छात्र को प्राथमिकता दी जाती है।
इसलिए यदि आप वेटिंग लिस्ट में हैं, तो अपने दस्तावेज़ पूरी तरह से तैयार रखें।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
-
समय पर रिपोर्टिंग
प्रवेश पाने वाले छात्रों को एक निश्चित समय सीमा में रिपोर्ट करना होता है। अगर कोई छात्र तय समय में स्कूल नहीं पहुंचता, तो उसकी जगह वेटिंग लिस्ट से किसी और को मौका दिया जाता है।
ऐसे में जो छात्र:
- पहले से तैयार हैं,
- स्कूल से संपर्क में हैं,
- और कॉल आते ही रिपोर्ट कर सकते हैं,
उन्हें जल्दी प्राथमिकता मिलती है।
-
फॉर्म में दी गई जानकारी की शुद्धता
यदि आपके फॉर्म में कोई गलती नहीं है, श्रेणी, लिंग, क्षेत्र, जन्म तिथि सभी कुछ सही है,
तो चयन का मौका अधिक होता है।
कई बार छात्रों को सिर्फ इस कारण वंचित होना पड़ता है कि उनका प्रमाणपत्र गलत होता है या क्षेत्रीय जानकारी में गड़बड़ी होती है।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
विशेष परिस्थिति में प्राथमिकता
कुछ विशेष मामलों में निम्न छात्रों को भी प्राथमिकता दी जा सकती है:
- एक ही स्कूल से चयनित छात्रों की संख्या सीमित रखने के लिए – विविधता को बढ़ावा देने के लिए
- जुड़वा बच्चों में से एक के चयन के बाद दूसरे को मौका देने पर विचार (कुछ मामलों में हुआ है)
- स्थान रिक्त रहने पर स्थानांतरण छात्रों को मौका
हालांकि ये मामले कम होते हैं और अलग-अलग नवोदय विद्यालयों की नीतियों पर निर्भर करते हैं।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
क्या दूसरी सूची में नाम आना निश्चित होता है?
नहीं। वेटिंग लिस्ट में नाम आना केवल संभावना का संकेत है, गारंटी नहीं।
वेटिंग से चयन उन्हीं छात्रों का होता है:
- जिनकी श्रेणी में सीटें खाली हैं
- जिन्होंने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया
- जिनके दस्तावेज़ वैध हैं
- जो समय पर रिपोर्ट करते हैं
-
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
कैसे पता करें कि आपकी प्राथमिकता ज्यादा है?
आप निम्न बातों से खुद की स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं:
मापदंड | स्थिति | संभावना |
अंक (90% से अधिक) | उच्च | ज्यादा |
ग्रामीण छात्रा (SC/OBC) | उच्च | ज्यादा |
शहरी लड़का (General) | मध्यम | कम |
दस्तावेज़ अधूरे | निचली | बहुत कम |
जिला कोटा खाली | उच्च | ज्यादा |
निष्कर्ष
JNVST की दूसरी सूची यानी प्रतीक्षा सूची उन छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है जो पहली सूची में नाम न आने के बावजूद मेहनती रहे हैं।
लेकिन केवल उम्मीद रखने से काम नहीं चलेगा, आपको यह भी जानना होगा कि किसे प्राथमिकता मिलती है, और कैसे आप अपने चयन की संभावना बढ़ा सकते हैं।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
सारांश में:
- दूसरी सूची पूरी तरह मेरिट और आरक्षण नियमों पर आधारित होती है
- लड़कियों, ग्रामीण छात्रों, और आरक्षित श्रेणी के छात्रों को अधिक वरीयता मिलती है
- आपके अंक, दस्तावेज़, और समय पर रिपोर्टिंग चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
सुझाव
अगर आप वेटिंग लिस्ट में हैं:
- अपने दस्तावेज़ अपडेट रखें
- स्कूल से नियमित संपर्क बनाए रखें
- किसी भी कॉल या सूचना को नज़रअंदाज़ न करें
- navodayatrick.com पर नियमित अपडेट चेक करते रहें
- धैर्य बनाए रखें, हो सकता है मौका मिल जाए
-
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
अंतिम शब्द
नवोदय जैसे संस्थानों में प्रवेश एक सुनहरा अवसर होता है, जो जीवन की दिशा बदल सकता है। अगर आप या आपका बच्चा अभी वेटिंग लिस्ट में है, तो हार न मानें। उचित जानकारी, सही तैयारी और थोड़े से धैर्य से आप भी चयनित हो सकते हैं।
हर अपडेट और गाइड के लिए नियमित विज़िट करें – navodayatrick.com
जहां नवोदय की हर खबर, परीक्षा तैयारी और प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी सरल हिंदी में मिलती है।
नवोदय में पास होने के लिए यहाँ – क्लिक करे
प्रतीक्षा सूची से नवोदय में सीट मिलने की संभावनाएं