Navodaya ने जारी की चयन की न्यूनतम सीमा – जानिए पूरी जानकारी, राज्यवार अनुमान, और आगे की प्रक्रिया
Navodaya Vidyalaya Samiti ने आखिरकार Navodaya प्रवेश परीक्षा के लिए चयन की न्यूनतम सीमा (Minimum Qualifying Marks / Cut-Off Marks) जारी कर दी है। लाखों छात्र-छात्राएं जो इस परीक्षा में शामिल हुए थे, उनके लिए अब यह जानना बेहद जरूरी है कि किस श्रेणी और राज्य के लिए कितनी न्यूनतम सीमा तय की गई है।
इस लेख में आपको मिलेंगे सभी जरूरी विवरण – चयन सीमा किस प्रकार तय होती है, राज्यवार कट-ऑफ का विश्लेषण, पिछली वर्षों की तुलना, और चयन के बाद की पूरी प्रक्रिया। लेख पूरी तरह मानवीय शैली में लिखा गया है ताकि आप बिना किसी तकनीकी उलझन के सबकुछ स्पष्ट रूप से समझ सकें।

Navodaya की चयन की न्यूनतम सीमा क्या होती है?
Navodaya Vidyalaya की चयन प्रक्रिया में “न्यूनतम सीमा” का मतलब होता है वह सबसे कम अंक, जो एक छात्र को उस परीक्षा में हासिल करने चाहिए ताकि वह चयन सूची (Merit List) में शामिल हो सके। यह सीमा हर साल अलग होती है और यह इस बात पर निर्भर करती है कि –
- पेपर कितना कठिन था
- कुल कितने छात्रों ने परीक्षा दी
- कितनी सीटें उपलब्ध हैं
- छात्र किस राज्य और श्रेणी से हैं
इस वर्ष (2025) की जारी चयन की न्यूनतम सीमा
Navodaya Vidyalaya Samiti ने इस साल की परीक्षा के आधार पर सभी श्रेणियों के लिए चयन की न्यूनतम सीमा जारी कर दी है। नीचे दी गई तालिका में आप देख सकते हैं कि किस श्रेणी के छात्रों को चयन के लिए न्यूनतम कितने अंक प्राप्त करने थे:
| श्रेणी | चयन की न्यूनतम सीमा (150 में से) |
|---|---|
| सामान्य (General) | 123 |
| अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 118 |
| अनुसूचित जाति (SC) | 107 |
| अनुसूचित जनजाति (ST) | 99 |
| दिव्यांग (PH) | 89 |
नोट: यह डेटा Navodaya Vidyalaya द्वारा जारी की गई चयन सूची और राज्यों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया है।
राज्यवार न्यूनतम सीमा में अंतर क्यों आता है?
Navodaya Vidyalaya में प्रत्येक जिले से छात्रों का चयन होता है। इसलिए, चयन की न्यूनतम सीमा हर राज्य या जिले के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए –
- उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों में अधिक संख्या में छात्र परीक्षा देते हैं, जिससे यहां प्रतिस्पर्धा ज्यादा होती है और न्यूनतम सीमा ज्यादा जाती है।
- पूर्वोत्तर राज्यों या छोटे राज्यों जैसे गोवा, सिक्किम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश आदि में छात्र संख्या अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे वहां की कट-ऑफ थोड़ी कम रहती है।
चयन की न्यूनतम सीमा कैसे तय की जाती है?
Navodaya Vidyalaya Samiti निम्नलिखित मानकों के आधार पर चयन सीमा तय करता है:
- कुल उपलब्ध सीटें – किसी जिले में जितनी सीटें होती हैं, उसी अनुसार कट-ऑफ तय होती है।
- उम्मीदवारों की संख्या – जितने अधिक छात्र परीक्षा में बैठते हैं, उतनी अधिक प्रतिस्पर्धा होती है।
- परीक्षा का कठिनाई स्तर – यदि पेपर आसान होता है तो अधिक छात्र अच्छे अंक प्राप्त करते हैं और न्यूनतम सीमा ऊपर जाती है।
- श्रेणीवार आरक्षण – SC, ST, OBC, और PH के लिए अलग-अलग सीमा तय की जाती है।
पिछली वर्षों की तुलना में इस बार की न्यूनतम सीमा
| वर्ष | General | OBC | SC | ST |
|---|---|---|---|---|
| 2025 | 123 | 118 | 107 | 99 |
| 2024 | 122 | 117 | 108 | 100 |
| 2023 | 120 | 115 | 105 | 98 |
यह तुलना दर्शाती है कि पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार परीक्षा का स्तर थोड़ा आसान रहा, इसलिए न्यूनतम सीमा थोड़ी ऊपर गई है।
कट-ऑफ के बाद चयन सूची में नाम है? आगे क्या करें?
यदि आपने न्यूनतम सीमा पार कर ली है और आपका नाम चयन सूची में आ गया है, तो अब आपको कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे:
- दस्तावेज़ सत्यापन (Document Verification):
इसमें आपके शैक्षणिक प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, जन्म प्रमाणपत्र आदि की जांच की जाती है। - मेडिकल परीक्षण (Medical Test):
ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्र मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ है। - विद्यालय आवंटन:
छात्र को संबंधित जिले के निकटतम Navodaya Vidyalaya में प्रवेश दिया जाएगा।
चयन सूची में नाम नहीं आया? क्या करें?
यदि किसी छात्र का नाम पहली चयन सूची में नहीं आया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। Navodaya Vidyalaya Samiti प्रतीक्षा सूची (Waiting List) भी जारी करती है।
- कई बार पहले चयनित छात्र प्रवेश नहीं लेते या उनके दस्तावेज अधूरे होते हैं।
- ऐसे में प्रतीक्षा सूची से छात्रों को प्रवेश का मौका दिया जाता है।
- Waiting List जिला स्तर पर संबंधित Navodaya स्कूलों में चिपकाई जाती है या वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाती है।
इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे नज़दीकी नवोदय विद्यालय या आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
छात्रों और अभिभावकों के लिए विशेष सलाह
- यदि आपके अंक चयन की सीमा से कुछ कम हैं, तो भी उम्मीद न छोड़ें। प्रतीक्षा सूची की संभावना बनी रहती है।
- सभी दस्तावेज समय से पहले तैयार रखें, ताकि चयन होने पर कोई परेशानी न हो।
- बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करें कि चयन के बाद उन्हें आवासीय विद्यालय में रहना होगा।
- किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, केवल आधिकारिक वेबसाइट और स्कूल से मिली जानकारी पर भरोसा करें।
निष्कर्ष
Navodaya Vidyalaya की चयन की न्यूनतम सीमा जारी हो चुकी है और इससे लाखों छात्रों को अब यह स्पष्ट हो गया है कि वे चयन की दौड़ में हैं या नहीं। जिन छात्रों के अंक निर्धारित सीमा से ऊपर हैं, उनके लिए यह सफलता की पहली सीढ़ी है। और जिनके अंक थोड़े कम हैं, वे प्रतीक्षा सूची में अभी भी मौका पा सकते हैं।
Navodaya Vidyalaya एक अद्भुत अवसर है ग्रामीण भारत के होनहार छात्रों के लिए, जहां शिक्षा, अनुशासन और उज्ज्वल भविष्य के रास्ते खुलते हैं।
नवोदय से जुड़ी हर अपडेट, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र, टॉपिक वाइज तैयारी की ट्रिक्स और चयन सूची की जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट navodayatrick.com विज़िट करते रहें।
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