Navodaya 2025 Cut Off: कौन से जिले में हुई सबसे ज्यादा प्रतियोगिता
नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (JNVST 2025) हर साल लाखों छात्रों के लिए सपनों का द्वार होती है। यह परीक्षा ग्रामीण भारत के होनहार विद्यार्थियों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का एक बड़ा मौका प्रदान करती है। हर साल जब नवोदय की परीक्षा होती है, तो देशभर के अलग-अलग जिलों से लाखों बच्चे इसमें शामिल होते हैं। इस बार यानी JNVST 2025 Class 6 Entrance Exam के लिए भी जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि कौन से जिले में सबसे ज्यादा प्रतियोगिता हुई और किस राज्य में Cut Off सबसे अधिक गया?
इस लेख में हम पूरे विस्तार से जानेंगे कि नवोदय 2025 परीक्षा में किस राज्य और जिले में प्रतिस्पर्धा का स्तर सबसे ऊँचा रहा, किन जिलों में Cut Off बढ़ा, किन कारणों से Cut Off में बदलाव आया, और आने वाले छात्रों को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

नवोदय विद्यालय परीक्षा 2025 का संक्षिप्त परिचय
Jawahar Navodaya Vidyalaya Selection Test (JNVST) एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो Navodaya Vidyalaya Samiti (NVS) द्वारा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को चुनने के लिए होती है ताकि उन्हें उत्कृष्ट शिक्षा और समान अवसर मिल सके।
परीक्षा तिथि: 13 दिसंबर 2024
कक्षा: 6वीं प्रवेश परीक्षा
प्रश्न पत्र: मानसिक योग्यता, अंकगणित, और भाषा भाग
कुल प्रश्न: 80
कुल अंक: 100
2025 में रिकॉर्ड तोड़ आवेदन
हर साल नवोदय विद्यालय के लिए आवेदन की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन इस बार आंकड़े और भी चौंकाने वाले रहे। रिपोर्टों के अनुसार नवोदय 2025 परीक्षा के लिए लगभग 22 लाख से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया, जो पिछले साल की तुलना में 15% अधिक था।
इससे यह साफ हो गया कि छात्रों और अभिभावकों के बीच नवोदय विद्यालय की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में आवेदन आने का सीधा असर प्रतियोगिता के स्तर पर पड़ा।
कौन से राज्य रहे सबसे आगे?
अगर हम राज्यवार प्रतिस्पर्धा की बात करें, तो कुछ राज्यों में अभूतपूर्व स्तर पर Cut Off बढ़ी। जिन राज्यों में सबसे ज्यादा प्रतियोगिता रही, उनमें शामिल हैं:
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- मध्य प्रदेश
- राजस्थान
- छत्तीसगढ़
- झारखंड
इन राज्यों में ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों से भारी संख्या में छात्रों ने फॉर्म भरे। विशेषकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण बिहार के जिलों में Cut Off का स्तर पिछले साल की तुलना में काफी ऊपर गया।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रतियोगिता
उत्तर प्रदेश हमेशा से नवोदय प्रवेश परीक्षा में सबसे आगे रहता है, क्योंकि यहां विद्यार्थियों की संख्या बहुत अधिक है और लगभग हर जिले में नवोदय विद्यालय स्थित हैं।
2025 में जिन जिलों में सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा देखी गई:
- गाजीपुर
- जौनपुर
- देवरिया
- आजमगढ़
- बस्ती
- गोरखपुर
- बलिया
- प्रतापगढ़
इन जिलों में आवेदन संख्या इतनी ज्यादा थी कि प्रति सीट औसतन 200 से 300 छात्रों ने प्रतियोगिता की। इसका अर्थ है कि हर एक सीट के लिए सैकड़ों छात्रों ने मेहनत की।
बिहार में बढ़ती लोकप्रियता
बिहार में नवोदय विद्यालयों की संख्या और गुणवत्ता दोनों ने छात्रों को आकर्षित किया है। इस बार नालंदा, गया, सीतामढ़ी, और दरभंगा जैसे जिलों में Cut Off पिछले वर्ष से काफी ऊपर गया।
इन जिलों में नवोदय विद्यालयों की प्रतिष्ठा इतनी अधिक है कि छात्र राज्य बोर्ड के स्कूलों से हटकर Navodaya की तैयारी करने लगे हैं।
यहाँ औसत Cut Off (General Category) 85 से 90 अंकों के बीच रही, जबकि OBC और SC/ST वर्गों के लिए यह थोड़ी कम थी, लेकिन फिर भी 2024 की तुलना में अधिक रही।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा
मध्य प्रदेश में इस बार ग्रामीण इलाकों से जबरदस्त आवेदन देखने को मिले। रीवा, सतना, सागर, और होशंगाबाद जिलों में विद्यार्थियों की संख्या बहुत बढ़ी।
वहीं राजस्थान में जयपुर, कोटा, अजमेर, और भरतपुर जिलों में बच्चों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई। खास बात यह रही कि इन जिलों में Coaching Centers और YouTube Channels की मदद से बच्चों ने पहले से बेहतर तैयारी की, जिससे Cut Off का स्तर बढ़ गया।
दक्षिण भारत में भी बढ़ता रुझान
पहले नवोदय की लोकप्रियता उत्तर भारत में अधिक थी, लेकिन अब दक्षिण भारत के राज्यों में भी बच्चे इसमें रूचि दिखा रहे हैं।
कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, और आंध्र प्रदेश में इस बार आवेदन की संख्या में 10-12% की वृद्धि हुई। खासकर कर्नाटक के बेलगाम, धारवाड़, और विजयनगर जिलों में Cut Off सामान्य से अधिक रही।
Navodaya Cut Off बढ़ने के मुख्य कारण
अब सवाल यह उठता है कि आखिर किन कारणों से 2025 में Cut Off इतनी बढ़ी? इसके पीछे कई वजहें हैं:
- ऑनलाइन कोचिंग का बढ़ना:
YouTube और ऑनलाइन ऐप्स की मदद से ग्रामीण बच्चे भी अब शहरों जितनी तैयारी कर पा रहे हैं। - परीक्षा पैटर्न की समझ:
पिछले वर्षों के पेपर, Mock Tests और PDF Notes अब आसानी से उपलब्ध हैं। - माता-पिता की जागरूकता:
अब अभिभावक बच्चों को शुरू से ही Navodaya की दिशा में प्रेरित कर रहे हैं। - कम सीटें, ज्यादा छात्र:
हर जिले में सीटों की संख्या सीमित है, जबकि आवेदन कई गुना बढ़ गए हैं। - VK Academy और NavodayaTrick जैसी वेबसाइटों का योगदान:
इन प्लेटफॉर्म्स ने छात्रों को लगातार मुफ्त नोट्स, ट्रिक्स और टेस्ट प्रदान किए हैं, जिससे बच्चे पहले से अधिक तैयार होकर परीक्षा में उतरे।
राज्यवार संभावित Cut Off (2025 अनुमान)
| राज्य | सामान्य वर्ग | ओबीसी | एससी | एसटी |
|---|---|---|---|---|
| उत्तर प्रदेश | 90-95 | 85-90 | 78-83 | 75-80 |
| बिहार | 88-93 | 83-88 | 76-81 | 73-78 |
| मध्य प्रदेश | 87-92 | 82-87 | 75-80 | 72-77 |
| राजस्थान | 86-91 | 81-86 | 74-79 | 71-76 |
| झारखंड | 85-90 | 80-85 | 73-78 | 70-75 |
| छत्तीसगढ़ | 84-89 | 79-84 | 72-77 | 69-74 |
| महाराष्ट्र | 83-88 | 78-83 | 71-76 | 68-73 |
| कर्नाटक | 82-87 | 77-82 | 70-75 | 67-72 |
यह अनुमान पिछले वर्षों के ट्रेंड, 2025 की प्रतिस्पर्धा और फीडबैक के आधार पर है।
कौन से जिले रहे Top 10 प्रतिस्पर्धी जिलों में
2025 में जिन जिलों में सबसे ज्यादा आवेदन और सबसे कड़ी प्रतियोगिता दर्ज की गई, वे हैं:
- गाजीपुर (उत्तर प्रदेश)
- जौनपुर (उत्तर प्रदेश)
- दरभंगा (बिहार)
- गया (बिहार)
- रीवा (मध्य प्रदेश)
- कोटा (राजस्थान)
- गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
- आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश)
- सागर (मध्य प्रदेश)
- बेलगाम (कर्नाटक)
इन जिलों में न केवल आवेदन संख्या ज्यादा रही बल्कि परीक्षा के स्तर को देखते हुए Cut Off भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी।
Cut Off का असर रिजल्ट पर
Cut Off बढ़ने का सीधा असर रिजल्ट पर पड़ा है। कई ऐसे छात्र जिन्होंने 80-85 अंक प्राप्त किए थे, वे भी चयन सूची से बाहर रह गए। वहीं जिन छात्रों ने 90 से ऊपर अंक प्राप्त किए, उनका चयन लगभग तय माना जा रहा है।
2025 में यह ट्रेंड साफ देखा गया कि केवल Concept-based पढ़ाई करने वाले नहीं बल्कि ट्रिक और शॉर्टकट सीखने वाले विद्यार्थी आगे रहे।
नवोदय के लिए सही तैयारी कैसे करें
यदि आप अगले वर्ष यानी JNVST 2026 की तैयारी कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए कुछ सुझाव आपके लिए बेहद उपयोगी होंगे:
- पिछले वर्ष के पेपर हल करें – इससे प्रश्नों की प्रकृति समझ में आती है।
- हर विषय का Daily Practice करें – विशेषकर Mental Ability Section।
- Mock Test दें – जैसे NavodayaTrick.com पर उपलब्ध हैं।
- PDF Notes पढ़ें – Concept आधारित Notes से Revision तेज़ होता है।
- समय प्रबंधन सीखें – परीक्षा में समय सबसे बड़ा हथियार है।
भविष्य की संभावनाएं
Navodaya Vidyalaya Samiti भविष्य में सीटों की संख्या बढ़ा सकती है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के और अधिक बच्चों को अवसर मिले। लेकिन जब तक ऐसा नहीं होता, प्रतियोगिता इसी तरह तीव्र बनी रहेगी।
अगर छात्रों को सही दिशा, सामग्री और निरंतर अभ्यास मिले, तो Cut Off चाहे जितनी भी ऊँची जाए, चयन संभव है।
निष्कर्ष
Navodaya 2025 Cut Off ने यह साबित कर दिया है कि ग्रामीण भारत के विद्यार्थी अब किसी से पीछे नहीं हैं। इस बार की परीक्षा में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अभूतपूर्व प्रतिस्पर्धा रही। कुछ जिलों में तो प्रति सीट 250 से अधिक छात्रों ने प्रयास किया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
अगर आप आने वाले वर्षों में नवोदय की तैयारी कर रहे हैं, तो याद रखें — यह केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि आपकी मेहनत, लगन और अनुशासन की असली परीक्षा है।
जो विद्यार्थी रोज़ अभ्यास करते हैं, सही गाइडेंस में पढ़ते हैं और अपनी गलतियों से सीखते हैं, वही Navodaya जैसी परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हैं।
लेख स्रोत:
यह लेख पूरी तरह से शिक्षा संबंधित अनुसंधान, विद्यार्थियों की फीडबैक रिपोर्ट और NavodayaTrick.com के अनुभवों पर आधारित है। इस लेख का उद्देश्य छात्रों को सटीक जानकारी देना और उन्हें अगली परीक्षा के लिए प्रेरित करना है।
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