Navodaya Cut Off Out – इस बार कितना बढ़ा कटऑफ
Navodaya Vidyalaya Samiti ने आखिरकार इस साल की प्रवेश परीक्षा का कटऑफ जारी कर दिया है। जैसे ही परिणाम सामने आया, अभिभावकों और छात्रों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही था कि चयन होने के लिए कितने अंक जरूरी रहे और पिछले साल की तुलना में इस बार कटऑफ में कितनी बढ़ोतरी देखी गई। Navodaya Class 6 और Class 9 दोनों ही परीक्षाएं देशभर में लाखों बच्चों द्वारा दी जाती हैं, इसलिए प्रतियोगिता हर साल बढ़ती जाती है। इसी कारण से कटऑफ को समझना और इसका विश्लेषण करना छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि इस बार Navodaya Cut Off कितना बढ़ा, किन कारणों से कटऑफ में बदलाव आया, कौन-कौन से कारक कटऑफ को प्रभावित करते हैं, जिलेवार और श्रेणीवार अनुमानित कटऑफ कितना गया, पिछले सालों से इसकी तुलना कैसी रही और जिन छात्रों का चयन नहीं हुआ उन्हें आगे क्या करना चाहिए।

इस बार Navodaya Cut Off क्यों बढ़ा
कटऑफ हर साल एक समान नहीं रहता। इसे कई कारक प्रभावित करते हैं। इस बार कटऑफ बढ़ने के पीछे कुछ मुख्य कारण रहे जिन्हें नीचे विस्तार से बताया गया है।
पहला कारण है कि इस वर्ष छात्रों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक थी। परीक्षा केंद्रों पर बड़ी संख्या में बच्चों ने उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे कुल सही उत्तर देने वाले छात्रों की संख्या भी ज्यादा रही। जब योग्य अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ती है तो चयन प्रक्रिया स्वतः ही कठोर हो जाती है और कटऑफ ऊपर खिसक जाता है।
दूसरा कारण है पेपर का स्तर। बहुत से शिक्षकों और छात्रों ने बताया कि इस साल पेपर पिछले साल से थोड़ा आसान था, खासकर गणित और मेंटल एबिलिटी सेक्शन में। आसान प्रश्नों की संख्या बढ़ने का सीधा असर कटऑफ पर पड़ता है।
तीसरा कारण है प्रतियोगिता का बढ़ना। हर साल अभ्यर्थियों की तैयारी पहले से बेहतर होती जा रही है। इंटरनेट, YouTube चैनलों, ऑनलाइन टेस्ट सीरीज और वेबसाइट्स ने बच्चों को बेहतर तैयारी करने में मदद की है। इससे स्कोर में सुधार हुआ है और कटऑफ बढ़ने में इसका बड़ा योगदान है।
Navodaya Cut Off Class 6 में कितना बढ़ा
जो छात्र और अभिभावक सबसे अधिक जानना चाहते हैं वह यह है कि Class 6 प्रवेश के लिए कटऑफ आखिर कितनी बढ़ी है। पिछले साल की तुलना में इस बार कटऑफ में लगभग 5 से 12 अंकों तक का सुधार देखने को मिला है, जो जिले के अनुसार अलग-अलग रहा है।
पिछले साल जहां अधिकतर जिलों में चयन होने के लिए लगभग 70 से 76 अंक के आसपास स्कोर की जरूरत पड़ती थी, वहीं इस साल कई जिलों में यह न्यूनतम सीमा 78 से 85 तक पहुंच गई है। कुछ प्रतिस्पर्धी जिलों में कटऑफ 87 से 90 तक भी पहुंची है।
हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि Navodaya की कटऑफ एक ही राज्य या देशभर में समान नहीं होती, बल्कि प्रत्येक जिले की सीटों, आवेदन संख्या और परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर अलग-अलग तय की जाती है। यही कारण है कि कुछ जिलों में केवल 75 अंक पर भी चयन हो जाते हैं जबकि कुछ जगह 85 से ऊपर भी।
Navodaya Cut Off Class 9 में कितना बढ़ा
Class 9 lateral entry की परीक्षा थोड़ी अलग होती है क्योंकि इसमें कम सीटें होती हैं और प्रतियोगिता अपेक्षाकृत अधिक रहती है। इस बार Cut Off Class 9 में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
पिछले वर्ष जहां चयन Cut Off लगभग 68 से 74 अंक के बीच रहा था, वहीं इस साल यह बढ़कर 72 से 80 के बीच पहुंच गया है। गणित और अंग्रेजी सेक्शन में आसान प्रश्नों के कारण छात्रों ने अधिक अंक प्राप्त किए, जिसकी वजह से कटऑफ ऊपर गई।
जिलावार और श्रेणीवार कटऑफ में अंतर
Navodaya Vidyalaya Samiti प्रत्येक जिले की सीटों और वहाँ के आवेदनकर्ताओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए कटऑफ तय करती है। जिसके परिणामस्वरूप जिलेवार कटऑफ में काफी स्पष्ट अंतर दिखाई देता है।
कुछ जिलों में आवेदकों की संख्या अधिक होने और बच्चों की तैयारी बेहतर होने की वजह से कटऑफ अधिक रहती है। वहीं कुछ जिलों में अपेक्षाकृत कम प्रतियोगिता होने के कारण कटऑफ कम हो जाती है। इसी तरह श्रेणीवार यानी General, OBC, SC और ST वर्गों के लिए भी अलग-अलग Cut Off तय की जाती है।
General Category आमतौर पर सबसे अधिक कटऑफ के साथ होती है क्योंकि इस श्रेणी में प्रतिस्पर्धा अत्यधिक रहती है। OBC Category इसके बाद आती है और कई जिलों में OBC और General का अंतर बहुत कम होता है। SC और ST श्रेणी में Cut Off सामान्यतः थोड़ा कम होता है लेकिन इस बार इन वर्गों में भी छात्रों के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिला है।
पिछले साल की Navodaya Cut Off की तुलना
कटऑफ को समझने के लिए जरूरी है कि हम पिछले साल की कटऑफ से इसका तुलनात्मक विश्लेषण करें। पिछले साल बच्चों के स्कोर थोड़ा कम रहे थे क्योंकि प्रश्नपत्र का स्तर इस बार की तुलना में मध्यम से कठिन था। इस बार आसान प्रश्नों ने Cut Off को ऊपर खींच लिया।
यदि हम पिछले वर्ष की तुलना करें तो इस बार लगभग हर जिले में 6 से 10 अंकों का उछाल देखने को मिला है। यह एक बड़ा अंतर है और इससे यह समझना आसान हो जाता है कि प्रतियोगिता हर साल कितनी तेज़ी से बढ़ रही है।
Navodaya Cut Off बढ़ने के पीछे वास्तविक कारण
बहुत से लोग कटऑफ बढ़ने को केवल आसान पेपर या अधिक बच्चों के आवेदन तक सीमित मान लेते हैं, जबकि इसके पीछे कुछ गहरे कारण भी छिपे होते हैं। इन कारणों को समझना उन छात्रों के लिए जरूरी है जो आने वाले सालों में परीक्षा देने वाले हैं।
सबसे महत्वपूर्ण कारण है बच्चे अब पहले की तरह केवल किताबों पर निर्भर नहीं रहते। ऑनलाइन वीडियो लेक्चर, क्विज़ प्लेटफॉर्म, वेबसाइट्स जैसे navodayatrick.com और अन्य शैक्षणिक संसाधनों के कारण उनकी तैयारी पहले से कहीं अधिक मजबूत हो रही है। यह चयन के स्तर को बढ़ा देता है।
दूसरा बड़ा कारण है कि Navodaya Vidyalaya में सीटें सीमित हैं। तकनीकी रूप से हर जिले में चयन सीटें लगभग निर्धारित संख्या में रहती हैं लेकिन आवेदकों की संख्या हर साल तेजी से बढ़ रही है। असमानता बढ़ने पर कटऑफ स्वतः बढ़ जाती है।
Navodaya Cut Off Out होने के बाद अब क्या करें
यदि कटऑफ जारी हो चुकी है और आपका स्कोर उसके बराबर या उससे अधिक है, तो आपका चयन लगभग पक्का माना जाता है। आपको आगे के दस्तावेजों की तैयारी कर लेनी चाहिए जैसे कि जन्म प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, स्कूल रिकॉर्ड, पहचान पत्र आदि।
जिन छात्रों का स्कोर कटऑफ से थोड़ा कम है उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कई बार Waiting List में भी चयन हो जाता है। Navodaya में Waiting List का चलना एक सामान्य प्रक्रिया है। इसलिए अपने जिले की प्रतीक्षा सूची पर नजर रखें।
यदि आपका चयन नहीं हुआ है तो भी चिंता की कोई बात नहीं है। आपके पास कई और बड़े अवसर हैं जैसे Sainik School, Vidyagyan School, Atal Awasiya Vidyalaya, Netarhat, Simultala और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं। यदि आप चाहें तो अगले वर्ष Navodaya फिर से दे सकते हैं और बेहतर रणनीति के साथ इसे पास कर सकते हैं।
Navodaya Cut Off कैसे चेक करें
कटऑफ देखने की प्रक्रिया बिल्कुल सरल है और अभिभावक इसे कुछ ही मिनटों में देख सकते हैं। इसके लिए आपको Navodaya की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है, वहाँ Result और Cut Off से संबंधित लिंक पर क्लिक करना होता है। अपने राज्य और जिले का चयन करके आप पूरी कटऑफ सूची डाउनलोड कर सकते हैं।
जो वेबसाइटें Navodaya से संबंधित जानकारी देती हैं जैसे navodayatrick.com, वहाँ भी छात्रों के जिलेवार और श्रेणीवार Cut Off की जानकारी दी जाती है। इन साइट्स पर पुरानी और नई कटऑफ का तुलनात्मक विश्लेषण भी मिलता है, जो बच्चों को आगे की तैयारी में मदद करता है।
Navodaya Cut Off बढ़ने पर भविष्य के छात्रों को क्या तैयारी करनी चाहिए
कटऑफ लगातार बढ़ रही है, इसलिए आने वाले सालों में परीक्षा देने वाले छात्रों को पहले से कहीं अधिक रणनीतिक तैयारी करनी होगी। केवल किताबें पढ़कर ही इस परीक्षा को पास करना संभव नहीं है। आपको मेंटल एबिलिटी को मजबूत करने के लिए नियमित अभ्यास करना होगा, गणित के बेसिक और लॉजिकल कौशल में सुधार करना होगा और समय प्रबंधन सीखना होगा।
Mock Test और Sample Paper को सप्ताह में कई बार हल करना चाहिए ताकि आपको प्रश्नों के पैटर्न की पूरी समझ हो सके। पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र देखकर आप यह समझ सकते हैं कि किस प्रकार के प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं और कौन से विषयों पर अधिक ध्यान दिया जाता है।
निष्कर्ष
Navodaya Cut Off Out होने के बाद छात्रों और अभिभावकों के मन में उठ रहे सवालों का जवाब साफ तौर पर मिल चुका है। जिलेवार तुलना, श्रेणीवार अंतर, पेपर की कठिनाई स्तर और छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर यह साफ पता चलता है कि इस बार कटऑफ में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन यह बढ़ोतरी केवल चुनौती नहीं है, बल्कि यह बताती है कि बच्चे अधिक सक्षम हो रहे हैं और प्रतियोगिता का स्तर ऊंचा हो रहा है।
जिन छात्रों का चयन हुआ है उन्हें बधाई। जिनका नहीं हुआ है उन्हें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए क्योंकि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। उचित दिशा और सही रणनीति के साथ Navodaya और अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पास की जा सकती हैं। निरंतर अभ्यास, धैर्य और सही मार्गदर्शन आपको लक्ष्य तक जरूर पहुंचाएगा।
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