Navodaya Second List में कुल कितनी सीटें होती हैं? – पूरी जानकारी और प्रक्रिया
Navodaya Vidyalaya में दाखिले का सपना हर साल लाखों छात्र और उनके माता-पिता देखते हैं। जब पहले चयन सूची यानी First List जारी होती है और उसमें नाम नहीं आता, तो उम्मीद Second List यानी Waiting List से जुड़ जाती है। पर बहुत से अभिभावकों और छात्रों के मन में यह बड़ा सवाल रहता है कि “Navodaya Second List में कुल कितनी सीटें होती हैं?”

1. Navodaya में Second List क्यों जारी की जाती है?
Navodaya Vidyalaya Samiti (NVS) द्वारा हर साल Class 6 और Class 9 में प्रवेश के लिए JNVST परीक्षा करवाई जाती है। चयन सूची दो चरणों में आती है:
- First Selection List – जिसमें उन्हीं छात्रों को शामिल किया जाता है जो परीक्षा और दस्तावेज जांच के आधार पर पहले चरण में पात्र पाए गए।
- Second List (Waiting List) – यह उन छात्रों की सूची होती है जो मेरिट में तो होते हैं लेकिन First List में सीटें भर जाने के कारण नाम नहीं आ पाता।
अब जब First List के छात्रों में से कुछ प्रवेश नहीं लेते या दस्तावेज अधूरे होते हैं, तो खाली सीटों को भरने के लिए Second List से बच्चों को बुलाया जाता है।
2. क्या Second List में सीटें पहले से तय होती हैं?
नहीं। Navodaya की Second List में सीटें पहले से तय नहीं होतीं, बल्कि यह इस पर निर्भर करती है कि:
- First List के कितने छात्रों ने रिपोर्ट नहीं किया।
- दस्तावेज जांच में कितनों के आवेदन अस्वीकार हुए।
- कितनी सीटें वर्गवार (SC/ST/OBC/GEN) और क्षेत्रवार (Urban/Rural) खाली बचीं।
इसलिए Second List में सीटों की संख्या हर जिले, राज्य और स्कूल के अनुसार अलग-अलग होती है।
3. औसतन कितनी सीटें होती हैं Second List में?
Navodaya Vidyalaya हर वर्ष कक्षा 6 के लिए लगभग 50,000+ सीटें पूरे भारत में भरता है। एक स्कूल में औसतन 80 सीटें होती हैं। उनमें से First List से लगभग 90% से अधिक सीटें भर जाती हैं।
Second List में आमतौर पर 5% से 10% तक सीटें खाली रह जाती हैं, जिन्हें भरा जाता है।
उदाहरण के तौर पर:
क्षेत्र | First List सीटें | Second List संभावित सीटें |
---|---|---|
एक विद्यालय | 80 | 5 से 8 |
एक राज्य | 2500 | 150 से 300 |
राष्ट्रीय स्तर | 50,000 | 2500 से 4000 |
यह आंकड़े अनुमानित हैं और हर वर्ष परिस्थिति अनुसार बदल सकते हैं।
4. Second List की सीटें कैसे तय होती हैं?
Second List की सीटों की गणना और आवंटन चार मुख्य आधारों पर होता है:
- छात्र की मेरिट रैंक – Waiting List उन्हीं छात्रों की बनती है जो कटऑफ के आसपास होते हैं।
- श्रेणी (Category) – SC/ST/OBC/GEN वर्गों में आरक्षण के अनुसार सीटें दी जाती हैं।
- क्षेत्र (Urban/Rural) – कम से कम 75% सीटें ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को मिलती हैं।
- लड़कियों को प्राथमिकता – प्रत्येक विद्यालय में कम से कम एक-तिहाई सीटें बालिकाओं के लिए आरक्षित होती हैं।
5. Second List में नाम आने की संभावना किसे होती है?
जिन छात्रों ने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया हो लेकिन First List में जगह नहीं बना पाए, उन्हें Waiting List में रखा जाता है। अगर खाली सीटें होती हैं, तो उन्हीं में से अगले पात्र छात्रों को चयन के लिए बुलाया जाता है।
प्राथमिकता मिलती है:
- ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को
- अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से आने वालों को (यदि सीट खाली हो)
- लड़कियों को (यदि कोटा अधूरा हो)
- न्यूनतम आयु सीमा और शैक्षिक मानदंड पूरे करने वालों को
6. Second List की सीटों के लिए सूचना कैसे मिले?
जब Second List तैयार होती है तो निम्न माध्यमों से सूचना दी जाती है:
- Navodaya की आधिकारिक वेबसाइट (navodaya.gov.in)
- संबंधित विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर सूची
- SMS या कॉल द्वारा
- ब्लॉक एजुकेशन ऑफिस (BEO) से
इसके बाद चयनित छात्रों को दस्तावेज सत्यापन और काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है।
7. क्या Second List के सभी छात्रों को प्रवेश मिलता है?
नहीं, Second List सिर्फ संभावित उम्मीदवारों की सूची होती है। अगर किसी विद्यार्थी के दस्तावेज अधूरे होते हैं, या समय पर रिपोर्टिंग नहीं करता, तो उसका स्थान अगले छात्र को दे दिया जाता है।
इसलिए Waiting List में नाम आने पर:
- समय पर Counseling के लिए उपस्थित होना
- सभी मूल दस्तावेज ले जाना
- दिए गए निर्देशों का पालन करना बेहद आवश्यक होता है।
8. Second List में नाम आया, पर सीट नहीं मिली – क्यों?
इसके कई कारण हो सकते हैं:
- सीट उस विशेष वर्ग या क्षेत्र के लिए भर चुकी हो।
- मेरिट में दूसरे छात्र आपसे ऊपर रहे हों।
- आप Counseling में समय पर नहीं पहुंचे हों।
- दस्तावेज अधूरे या गलत हों।
इसलिए Waiting List में आने के बाद भी सीट पक्की तभी मानी जाती है जब सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं।
9. क्या Waiting List की सीटें कभी बढ़ाई जाती हैं?
Navodaya Vidyalaya Samiti अतिरिक्त सीटें नहीं जोड़ता। केवल पहले से स्वीकृत 80 सीटों में से ही जो खाली बचती हैं, उन्हें भरा जाता है। Second List किसी भी हालत में First List के कुल सीटों से अधिक प्रवेश नहीं देती।
लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में, जैसे कि किसी विद्यालय में बहुत अधिक अनुपस्थिति हो या कई छात्रों ने अंतिम समय में दाखिला न लिया हो, तो 1-2 अतिरिक्त छात्रों को भी बुलाया जा सकता है, पर यह अस्थायी और दुर्लभ स्थिति होती है।
10. क्या कोई तीसरी सूची भी आती है?
Navodaya Vidyalaya कभी-कभी आवश्यकता अनुसार 3rd Waiting List भी जारी करता है, लेकिन यह बहुत दुर्लभ होता है और केवल उन्हीं विद्यालयों में होता है जहां दो लिस्टों के बाद भी सीटें खाली रह जाती हैं।
इसलिए यदि आप Second List में भी नहीं चुने जाते हैं, तो विद्यालय से संपर्क बनाए रखें क्योंकि कई बार अंत समय में भी चयन हो सकता है।
निष्कर्ष
Navodaya Second List में सीटों की संख्या निश्चित नहीं होती। यह पूरी तरह से First List की रिपोर्टिंग स्थिति, वर्गीय अनुपात, और दस्तावेज जांच पर निर्भर करती है। आमतौर पर Second List से 5-10% सीटें भरी जाती हैं।
यदि आप या आपके बच्चे का नाम Waiting List में आता है, तो यह एक बहुत बड़ी उम्मीद की किरण है। सही दस्तावेज, समय पर रिपोर्टिंग और अच्छे व्यवहार से आप इस अंतिम मौके को एक सुनहरा भविष्य बना सकते हैं।
Navodaya एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है, और इसमें प्रवेश पाना हर परिवार के लिए गर्व की बात होती है।
2025 की Navodaya परीक्षा की न्यूनतम योग्यता सूची जारी
Parents के लिए जरूरी सूचना – Navodaya Waiting List आई