NMMS 2025 Passing Marks और Cut Off में फर्क क्या है?
NMMS यानी National Means Cum Merit Scholarship परीक्षा देशभर के लाखों छात्रों के लिए एक ऐसा अवसर है जो न केवल आर्थिक मदद देता है, बल्कि उनकी मेहनत और योग्यता को भी सम्मानित करता है। हर साल इस परीक्षा के बाद छात्रों के मन में एक सवाल जरूर उठता है — NMMS Passing Marks और Cut Off में फर्क आखिर होता क्या है?
बहुत से छात्र दोनों शब्दों को एक ही मान लेते हैं, जबकि असल में Passing Marks और Cut Off Marks दो बिल्कुल अलग चीज़ें हैं। यह समझना बहुत जरूरी है क्योंकि यही तय करता है कि आप परीक्षा में पास हुए हैं या छात्रवृत्ति के लिए चयनित हुए हैं।
इस लेख में हम बहुत सरल और समझने योग्य भाषा में जानेंगे कि NMMS 2025 Passing Marks और Cut Off Marks में क्या फर्क है, कैसे तय किए जाते हैं, किन बातों पर निर्भर करते हैं, और परीक्षा की तैयारी करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

NMMS परीक्षा का उद्देश्य क्या है?
NMMS परीक्षा का मुख्य उद्देश्य देश के आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन मेधावी छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता देना है।
इस योजना के तहत चयनित छात्रों को ₹12,000 प्रतिवर्ष (₹1000 प्रति माह) की छात्रवृत्ति दी जाती है, जिससे वे अपनी पढ़ाई बिना किसी आर्थिक चिंता के जारी रख सकें।
इस परीक्षा का आयोजन NCERT (National Council of Educational Research and Training) द्वारा किया जाता है, लेकिन इसे लागू करने का जिम्मा हर राज्य की SCERT (State Council of Educational Research and Training) के पास होता है।
NMMS परीक्षा की संरचना (Exam Pattern)
NMMS परीक्षा दो भागों में होती है:
- MAT (Mental Ability Test) – इसमें तार्किक और मानसिक योग्यता से जुड़े प्रश्न होते हैं।
- SAT (Scholastic Aptitude Test) – इसमें गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन आदि विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं।
दोनों पेपर मिलाकर कुल 180 प्रश्न होते हैं, और प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का होता है।
कुल 180 अंक का पेपर होता है और परीक्षा की अवधि 3 घंटे की होती है।
NMMS Passing Marks क्या होती हैं?
Passing Marks का मतलब है — वह न्यूनतम अंक जो किसी छात्र को परीक्षा पास करने के लिए लाने जरूरी होते हैं।
अगर आप Passing Marks से कम अंक लाते हैं, तो आप परीक्षा में असफल माने जाएंगे, चाहे आपकी Cut Off कुछ भी रही हो।
NMMS 2025 के लिए NCERT ने कुछ निश्चित Passing Criteria तय किए हैं:
| श्रेणी | Passing Marks (प्रति पेपर) | कुल मिलाकर न्यूनतम प्रतिशत |
|---|---|---|
| General / OBC | MAT और SAT दोनों में 40% | कुल 40% अंक आवश्यक |
| SC / ST | MAT और SAT दोनों में 32% | कुल 32% अंक आवश्यक |
उदाहरण के लिए –
अगर MAT और SAT दोनों पेपर 90–90 अंकों के हैं, तो सामान्य श्रेणी के छात्र को प्रत्येक पेपर में कम से कम 36 अंक (यानी 40%) लाने होंगे।
NMMS Cut Off Marks क्या होती हैं?
अब बात करते हैं Cut Off Marks की।
Cut Off Marks वह न्यूनतम स्कोर होता है जो छात्रवृत्ति (Scholarship) के लिए आवश्यक होता है।
यानी —
भले ही आपने परीक्षा पास कर ली हो, लेकिन अगर आपके अंक Cut Off से कम हैं, तो आप छात्रवृत्ति के लिए चयनित नहीं होंगे।
हर राज्य में Cut Off अलग-अलग होती है क्योंकि यह कई चीजों पर निर्भर करती है —
जैसे कि परीक्षा की कठिनाई, छात्रों की संख्या, उपलब्ध सीटें, और आरक्षण श्रेणी।
उदाहरण के तौर पर,
अगर किसी राज्य में 1000 छात्रवृत्तियाँ हैं और 10,000 छात्रों ने परीक्षा दी, तो सबसे ऊपर के 1000 छात्रों के अंक तक ही चयन होगा।
इस सीमा को ही Cut Off कहा जाता है।
Passing Marks और Cut Off में मुख्य फर्क
अब देखते हैं दोनों के बीच का वास्तविक अंतर —
| बिंदु | Passing Marks | Cut Off Marks |
|---|---|---|
| मतलब | परीक्षा पास करने के लिए न्यूनतम आवश्यक अंक | छात्रवृत्ति पाने के लिए न्यूनतम चयन अंक |
| निर्धारण करने वाली संस्था | NCERT द्वारा निर्धारित | SCERT/राज्य शिक्षा विभाग द्वारा तय |
| सभी राज्यों में समान? | हाँ, लगभग समान (40% / 32%) | नहीं, हर राज्य में अलग-अलग |
| उद्देश्य | केवल परीक्षा पास करना | छात्रवृत्ति के लिए चयन पाना |
| कब जारी होती है | पहले से तय होती है | परिणाम जारी होने के बाद घोषित होती है |
| उदाहरण | General के लिए 40% जरूरी | किसी राज्य में 98 अंक Cut Off हो सकती है |
| बदलती है या नहीं | तय होती है, हर साल समान | हर साल बदलती है, परीक्षा के अनुसार |
एक उदाहरण से समझिए फर्क
मान लीजिए कि NMMS 2025 परीक्षा 180 अंकों की हुई।
- रवि ने 80 अंक प्राप्त किए।
- सीमा ने 100 अंक प्राप्त किए।
- आरव ने 105 अंक प्राप्त किए।
अब मान लीजिए कि उस राज्य में Passing Marks 40% यानी 72 अंक है और Cut Off 98 अंक रही।
तो परिणाम इस प्रकार होगा:
- रवि (80 अंक) – परीक्षा पास कर गया लेकिन छात्रवृत्ति के लिए चयनित नहीं हुआ।
- सीमा (100 अंक) – परीक्षा पास की और छात्रवृत्ति के लिए चयनित हुई।
- आरव (105 अंक) – मेरिट लिस्ट में ऊपर रहा, छात्रवृत्ति पक्की।
यानी Ravi ने Passing Marks पार कर लिए, लेकिन Cut Off से कम अंक लाए, इसलिए उसे स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी।
Cut Off कैसे तय होती है?
NMMS की Cut Off तय करने के पीछे एक पूरी प्रक्रिया होती है। यह किसी अनुमान से नहीं बल्कि आंकड़ों पर आधारित होती है।
मुख्य कारक इस प्रकार हैं:
- परीक्षा की कठिनाई स्तर – अगर पेपर कठिन रहा तो Cut Off नीचे जाती है।
- छात्रों की संख्या – जितने ज्यादा छात्र, उतनी ऊंची Cut Off।
- सीटों की संख्या – कम सीटों पर ज्यादा आवेदन से Cut Off बढ़ती है।
- आरक्षण प्रणाली – हर श्रेणी के लिए अलग Cut Off।
- राज्यवार कोटा – हर राज्य का कोटा और Cut Off अलग।
- पिछले वर्षों का ट्रेंड – पुराने सालों की Cut Off देखकर नई तय की जाती है।
NMMS 2019–2024 तक के Cut Off रुझान (Trend)
| वर्ष | सामान्य श्रेणी (General) | OBC | SC | ST |
|---|---|---|---|---|
| 2019 | 92 – 98 | 88 – 94 | 80 – 86 | 75 – 82 |
| 2020 | 94 – 100 | 90 – 96 | 82 – 88 | 78 – 84 |
| 2021 | 95 – 102 | 92 – 99 | 83 – 90 | 76 – 83 |
| 2022 | 97 – 104 | 93 – 101 | 85 – 91 | 78 – 85 |
| 2023 | 99 – 106 | 95 – 103 | 86 – 92 | 80 – 87 |
| 2024 | 100 – 108 | 96 – 104 | 88 – 93 | 82 – 88 |
इन आंकड़ों से साफ है कि हर साल Cut Off थोड़ी बढ़ रही है, खासकर General और OBC श्रेणी में।
इससे यह भी समझ आता है कि NMMS में सिर्फ पास होना काफी नहीं, बल्कि Cut Off से ऊपर स्कोर करना जरूरी है।
NMMS 2025 के लिए अपेक्षित (Expected) Cut Off
2025 में परीक्षा का स्तर अगर 2024 जैसा ही रहा, तो अनुमान है कि Cut Off इस प्रकार रह सकती है:
| श्रेणी | अनुमानित Cut Off (2025) |
|---|---|
| General | 100 – 110 |
| OBC | 95 – 105 |
| SC | 85 – 95 |
| ST | 80 – 90 |
क्या केवल Passing Marks से छात्रवृत्ति मिल सकती है?
नहीं।
Passing Marks से आप यह साबित करते हैं कि आपने परीक्षा पास की है, लेकिन छात्रवृत्ति पाने के लिए आपको Cut Off से ऊपर अंक लाने ही होंगे।
सरल भाषा में कहें तो —
Passing Marks = परीक्षा में पास होने की सीमा
Cut Off Marks = छात्रवृत्ति पाने की सीमा
NMMS 2025 में सफल होने की रणनीति
अगर आप NMMS 2025 में अच्छे अंक लाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए सुझाव बहुत काम के हैं:
- पिछले वर्षों के पेपर हल करें – इससे परीक्षा पैटर्न की समझ बनेगी।
- MAT सेक्शन पर ध्यान दें – यहां से आसान अंक मिलते हैं।
- समय प्रबंधन का अभ्यास करें – 180 प्रश्नों को 180 मिनट में हल करने की प्रैक्टिस करें।
- कमजोर विषयों की पहचान करें – परीक्षा से पहले उन्हें मजबूत बनाएं।
- नियमित रिवीजन करें – बार-बार अभ्यास करने से सटीकता बढ़ती है।
- मॉक टेस्ट दें – असली परीक्षा जैसा माहौल तैयार करें।
छात्रों की आम गलतफहमियाँ
बहुत से छात्र सोचते हैं कि अगर उन्होंने Passing Marks हासिल कर लीं तो स्कॉलरशिप मिल जाएगी — यह सबसे बड़ी गलती है।
वास्तव में, Cut Off पार करने वाले ही चयनित होते हैं।
इसके अलावा, कुछ छात्र मानते हैं कि Cut Off हर जगह समान होती है, जबकि ऐसा नहीं है। हर राज्य की Cut Off अलग-अलग होती है।
निष्कर्ष
NMMS 2025 Passing Marks और Cut Off में फर्क बिल्कुल साफ है —
Passing Marks केवल परीक्षा पास करने की शर्त है, जबकि Cut Off उस मेरिट लेवल को दर्शाती है जहाँ तक छात्रवृत्ति दी जाएगी।
NMMS में सफलता पाने के लिए छात्रों को सिर्फ पास होने पर नहीं, बल्कि Cut Off से कम से कम 10–15 अंक अधिक लाने का लक्ष्य रखना चाहिए।
आपका ध्यान मेहनत, नियमित अभ्यास और पिछले वर्षों के विश्लेषण पर होना चाहिए।
अगर आप इन बातों को समझकर तैयारी करेंगे, तो NMMS की छात्रवृत्ति तक पहुँचना आपके लिए मुश्किल नहीं रहेगा।
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