NMMS Cut Off 2025: राज्यवार न्यूनतम अंक क्या रह सकते हैं

NMMS Cut Off 2025: राज्यवार न्यूनतम अंक क्या रह सकते हैं (पूरी जानकारी)

परिचय
NMMS (National Means-cum-Merit Scholarship) परीक्षा का इंतजार हर साल लाखों विद्यार्थी करते हैं। यह परीक्षा न केवल मेधावी छात्रों को पहचानने का माध्यम है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहन भी देती है। साल 2025 के लिए NMMS Cut Off को लेकर विद्यार्थियों के मन में कई सवाल हैं—कितने नंबर पर चयन होगा, कौन से राज्य में कट ऑफ ज्यादा रहेगा, और न्यूनतम अंक कितने चाहिए होंगे? इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि NMMS 2025 Cut Off क्या रह सकती है, पिछले वर्षों का ट्रेंड क्या रहा है, और राज्यवार अनुमानित न्यूनतम अंक कितने हो सकते हैं।

NMMS Cut Off 2025: राज्यवार न्यूनतम अंक क्या रह सकते हैं
NMMS Cut Off 2025: राज्यवार न्यूनतम अंक क्या रह सकते हैं

NMMS परीक्षा क्या है और इसका उद्देश्य क्या है?

NMMS परीक्षा शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) द्वारा आयोजित की जाती है, जिसका उद्देश्य ऐसे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देना है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं लेकिन पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। इस परीक्षा के जरिए कक्षा 8 में पढ़ रहे छात्रों का चयन किया जाता है ताकि वे 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई जारी रख सकें।

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NMMS परीक्षा दो भागों में होती है:

  1. MAT (Mental Ability Test) – इसमें तर्कशक्ति, गणितीय सोच और समस्या समाधान क्षमता से जुड़े प्रश्न होते हैं।
  2. SAT (Scholastic Aptitude Test) – इसमें विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित और भाषा से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

प्रत्येक पेपर 90 अंकों का होता है, और कुल मिलाकर 180 अंकों की परीक्षा होती है।

NMMS 2025 Cut Off क्यों महत्वपूर्ण है?

Cut Off वह न्यूनतम अंक है जो किसी भी विद्यार्थी को छात्रवृत्ति के लिए चयनित होने के लिए प्राप्त करने होते हैं। हर राज्य की अपनी अलग Cut Off होती है क्योंकि सीटों की संख्या, छात्रों की संख्या और परीक्षा की कठिनाई स्तर अलग-अलग होती है। NMMS 2025 में Cut Off जानना इसलिए जरूरी है ताकि छात्र यह समझ सकें कि उन्हें लगभग कितने अंक लाने की जरूरत है।

NMMS 2025 Cut Off को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक

कई ऐसे कारण हैं जिनके आधार पर हर साल Cut Off में बदलाव देखा जाता है। आइए जानते हैं कुछ मुख्य कारक:

  1. परीक्षा की कठिनाई स्तर:
    यदि पेपर कठिन होता है, तो Cut Off कम रहती है; जबकि आसान पेपर होने पर Cut Off बढ़ जाती है।
  2. कुल अभ्यर्थियों की संख्या:
    जितने अधिक विद्यार्थी परीक्षा में भाग लेते हैं, प्रतिस्पर्धा उतनी ही बढ़ती है और Cut Off भी ऊपर जाती है।
  3. राज्यवार छात्रवृत्ति कोटा:
    हर राज्य का अपना कोटा होता है, यानी कितने विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। जिस राज्य में कोटा कम और विद्यार्थी ज्यादा होते हैं, वहां Cut Off अधिक जाती है।
  4. पिछले वर्ष का परिणाम:
    पिछले साल की Cut Off को देखकर अगले वर्ष की Cut Off का अनुमान लगाया जा सकता है।
  5. आरक्षण नीति:
    SC, ST, OBC और General वर्ग के लिए अलग-अलग Cut Off निर्धारित की जाती है, जिससे औसत Cut Off प्रभावित होती है।

NMMS 2024 की राज्यवार अनुमानित Cut Off (तुलनात्मक डेटा)

2024 में अलग-अलग राज्यों की Cut Off कुछ इस प्रकार रही थी (अनुमानित आंकड़े):

राज्यसामान्य वर्ग (General)OBCSCST
उत्तर प्रदेश115-125110-120100-11090-100
बिहार110-120105-11595-10590-100
मध्य प्रदेश120-130115-125100-11095-105
राजस्थान125-135120-130110-120100-110
महाराष्ट्र115-125110-120100-11095-105
गुजरात120-130115-125105-115100-110
झारखंड110-120105-11595-10590-100
छत्तीसगढ़115-125110-120100-11090-100
तमिलनाडु130-140125-135115-125110-120
कर्नाटक120-130115-125105-11595-105
तेलंगाना125-135120-130110-120100-110
आंध्र प्रदेश120-130115-125105-11595-105
दिल्ली130-140125-135115-125110-120
हरियाणा120-130115-125110-120100-110
पंजाब125-135120-130110-120105-115
उत्तराखंड115-125110-120100-11095-105
हिमाचल प्रदेश120-130115-125105-115100-110
पश्चिम बंगाल125-135120-130110-120105-115
ओडिशा115-125110-120100-11095-105
असम110-120105-11595-10590-100

NMMS 2025 Cut Off का अनुमान (राज्यवार)

अब जब हम पिछले वर्षों के ट्रेंड को देखते हैं, तो 2025 के लिए अनुमान लगाया जा सकता है कि Cut Off में मामूली वृद्धि हो सकती है। परीक्षा का स्तर सामान्य से थोड़ा कठिन होने की संभावना है, लेकिन छात्रों की संख्या बढ़ने के कारण Cut Off में 3–5 अंक तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

राज्यअनुमानित Cut Off 2025 (General Category)
उत्तर प्रदेश120–130
बिहार115–125
मध्य प्रदेश125–135
राजस्थान130–140
महाराष्ट्र120–130
गुजरात125–135
झारखंड115–125
छत्तीसगढ़120–130
तमिलनाडु135–145
कर्नाटक125–135
तेलंगाना130–140
आंध्र प्रदेश125–135
दिल्ली135–145
हरियाणा125–135
पंजाब130–140
उत्तराखंड120–130
हिमाचल प्रदेश125–135
पश्चिम बंगाल130–140
ओडिशा120–130
असम115–125

NMMS 2025 में छात्रवृत्ति पाने के लिए कितने अंक जरूरी होंगे?

NMMS में पास होने के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को कम से कम 40 प्रतिशत अंक और आरक्षित वर्ग (SC/ST) के छात्रों को 32 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होता है। लेकिन केवल पास होना ही पर्याप्त नहीं है — चयन के लिए उच्च Cut Off पार करनी होती है।

उदाहरण के तौर पर, यदि पेपर 180 अंकों का है और आपके राज्य की Cut Off 125 है, तो आपको कम से कम 125 या उससे अधिक अंक लाने होंगे तभी आपका नाम चयन सूची में आएगा।

पिछले वर्षों का ट्रेंड बताता है क्या?

पिछले पांच वर्षों का विश्लेषण बताता है कि NMMS Cut Off धीरे-धीरे बढ़ रही है।

  • 2020: पेपर आसान था, Cut Off 105–115 के बीच रही।
  • 2021: कोविड के बाद विद्यार्थियों की संख्या कम रही, Cut Off थोड़ी घटी (100–110)।
  • 2022: परीक्षा स्तर सामान्य रहा, Cut Off बढ़कर 115–125 पहुंची।
  • 2023: पेपर थोड़ा कठिन रहा, Cut Off 110–120 के बीच रही।
  • 2024: रिकॉर्ड विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, Cut Off बढ़कर 125 तक पहुंची।

2025 में प्रतिस्पर्धा और भी ज्यादा होने की संभावना है क्योंकि अब अधिक विद्यार्थी NMMS के महत्व को समझ चुके हैं।

NMMS 2025 Cut Off कैसे देखें?

NMMS 2025 की आधिकारिक Cut Off राज्य शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। नीचे प्रक्रिया दी गई है:

  1. अपने राज्य की SCERT (State Council of Educational Research and Training) वेबसाइट पर जाएं।
  2. “NMMS 2025 Result” या “Cut Off Marks” सेक्शन पर क्लिक करें।
  3. PDF फाइल डाउनलोड करें जिसमें राज्यवार Cut Off और चयनित विद्यार्थियों की सूची होगी।
  4. अपने नाम या रोल नंबर से खोजें।

NMMS 2025 के लिए तैयारी सुझाव (Cut Off पार करने के लिए टिप्स)

  1. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें: इससे पेपर पैटर्न समझने और प्रश्नों के स्तर का अंदाजा मिलेगा।
  2. गणित और रीजनिंग पर विशेष ध्यान दें: MAT सेक्शन में ये विषय ज्यादा अंक दिलाते हैं।
  3. समय प्रबंधन का अभ्यास करें: परीक्षा में हर सेक्शन को समान समय देना जरूरी है।
  4. NCERT किताबों का अध्ययन करें: SAT सेक्शन में सीधे NCERT आधारित प्रश्न आते हैं।
  5. मॉक टेस्ट दें: नियमित मॉक टेस्ट देने से आत्मविश्वास और स्पीड दोनों बढ़ते हैं।

राज्यवार कट ऑफ में अंतर क्यों होता है?

हर राज्य की शिक्षा व्यवस्था, विद्यार्थियों की संख्या और कोटा अलग होता है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में NMMS के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक होती है, इसलिए वहां Cut Off ज्यादा जाती है। वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम या मणिपुर में छात्रों की संख्या कम होने के कारण Cut Off थोड़ी कम रहती है।

NMMS Cut Off बढ़ाने का लाभ क्या है?

Cut Off बढ़ने का सीधा मतलब है कि छात्रवृत्ति पाने वाले विद्यार्थी और अधिक प्रतिभाशाली हैं। इससे राज्य स्तर पर प्रतियोगिता बढ़ती है और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होता है।

निष्कर्ष

NMMS 2025 Cut Off हर राज्य के लिए अलग होगी, लेकिन सामान्य तौर पर 120 से 135 अंकों के बीच रहने की संभावना है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इस अनुमानित Cut Off को लक्ष्य मानकर तैयारी करें और हर विषय में संतुलित अंक लाने का प्रयास करें।

NMMS सिर्फ एक परीक्षा नहीं है — यह एक सुनहरा अवसर है जो गरीब लेकिन होनहार विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा देता है। इसलिए यदि आप NMMS 2025 की तैयारी कर रहे हैं, तो पूरे मन से मेहनत करें। सही रणनीति और नियमित अभ्यास से आप न केवल Cut Off पार कर सकते हैं, बल्कि राज्य टॉपर भी बन सकते हैं।

महत्वपूर्ण बातें संक्षेप में:

  • NMMS 2025 की परीक्षा दिसंबर में होगी।
  • पेपर कुल 180 अंकों का होगा।
  • सामान्य वर्ग के लिए Cut Off 120–135 के बीच रहने की संभावना है।
  • राज्यवार Cut Off अलग-अलग होगी।
  • चयन सूची SCERT की वेबसाइट पर जारी की जाएगी।

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